लखनऊ। इलाहाबाद हाई कोर्ट की फटकार तथा अमेठी में पीडि़त के वार्ता के दौरान आपा खो देने के मामले को शासन ने गंभीरता से लिया और अमेठी के जिलाधिकारी प्रशांत शर्मा को हटाया दिया है। प्रशांत शर्मा अमेठी में आने से पहले लखनऊ में मुख्य विकास अधिकारी के पद पर कार्यरत थे। उन्होंने 13 जुलाई को ही अमेठी के जिलाधिकारी का पद संभाला था।
पीडि़त के अभद्रता के मामले को सीएम योगी आदित्यनाथ ने बेहद गंभीरता से लिया है। अभद्रता करने के मामले में अमेठी के जिलाधिकारी प्रशांत शर्मा को हटाकर प्रतीक्षा सूची में डाला गया है। उनके स्थान पर मुरादाबाद विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अरुण कुमार को अमेठी का जिलाधिकारी बनाया गया है। मुरादाबाद के जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह को मुरादाबाद विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष का अतिरिकत कार्यभार प्रदान किया गया है।
अमेठी के जिलाधिकारी प्रशांत शर्मा को वहां की सांसद तथा केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने सलाह दी थी कि हम जनता के सेवक, शासक नहीं। स्मृति ईरानी ने ट्वीट कर डीएम अमेठी को संवेदनशील बनने की सलाह दी है। सांसद ईरानी ने ट्विटर पर लिखा था कि विनय शील एवं संवेदनशील बनें, हम यही प्रयास होना चाहिए। हम तो जनता के हम सेवक हैं, शासक नहीं।