पाकिस्तान के कई कलाकार हिंदी फिल्म इंडस्ट्री का हिस्सा रह चुके हैं। भले ही इस समय सीमा पार के सितारों पर बैन लगा हो, लेकिन एक समय ऐसा भी था जब कई मशहूर सेलेब्रिटी इंडस्ट्री से जुड़े हुए थे। ऐसे में आज हम आपको कुछ ऐसे सितारों के बारे में बताने जा रहे हैं जो अपनी कला की खातिर पाकिस्तान से भारत आए और यहीं के होकर रह गए।
नासिर खान
नासिर खान अभिनेता दिलीप कुमार के छोटे भाई थे। पेशावर में जन्मे नासिर विभाजन के बाद लाहौर में रहे। उनकी साल 1948 में पहली पाकिस्तानी फिल्म तेरी याद रिलीज हुई। उन्होंने 1949 में शाहिदा फिल्म में भी अभिनय किया। दो फिल्में असफल होने के बाद, नासिर भारत लौट आए। यहां उन्होंने नगीना, आगोश, गंगा जमना और कुछ अन्य फिल्मों में अभिनय किया। नासिर ने यादों की बारात और बैराग में भी छोटी भूमिकाएं निभाईं।
बड़े गुलाम अली खान
शास्त्रीय संगीत के सबसे महान नामों में से एक उस्ताद बड़े गुलाम अली खान का जन्म कसूर में हुआ था, जो 1947 में विभाजन के बाद पाकिस्तान का हिस्सा बन गया। बंटवारे के बाद, बड़े गुलाम अली पाकिस्तान में बस गए, लेकिन बाद में 1957 में वापस भारत लौट आए और फिर ताउम्र यहीं रहे। भारत लौटने के बाद उस्ताद बड़े गुलाम अली खान को उनके काम के लिए व्यापक पहचान मिली और उन्हें 1962 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया।
अदनान सामी
इस लिस्ट में अदनान सामी का नाम भी शामिल है। सिंगर का जन्म और पालन-पोषण लंदन में हुआ। हालांकि, उनके पिता पाकिस्तानी नौकरशाही में एक महत्वपूर्ण पद पर कार्यरत थे। वहीं, उनकी मां जम्मू की एक भारतीय थीं। अदनान का रुझान बचपन से ही संगीत की ओर रहा। भारत में उन्होंने काफी काम किया। यहां उन्हें काफी प्यार और लोकप्रियता हासिल हुई। इसके बाद उन्होंने 2015 में भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन किया और 1 जनवरी 2016 को उन्हें भारतीय गृह मंत्रालय द्वारा भारतीय नागरिकता प्रदान की गई।