रायबरेली। हिंदी के युग प्रवर्तक आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी के 84वें निर्वाण दिवस पर राही ब्लॉक स्थित प्रतिमा पर पुष्पांजलि के साथ श्रद्धासुमन अर्पित किए गए। योगदान को रेखांकित करते हुए आचार्य द्विवेदी स्मृति संरक्षण अभियान रजत महोत्सव के समापन की रूपरेखा तैयार की गई। यह भी तय लिया गया कि पिछले महीने संपन्न हुए दिवेदी मेला में पधारे साहित्यकारों के संस्कारों को किताब रूप में प्रकाशित किया जाएगा।
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आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी युग प्रवर्तक साहित्यकार हैं। उन्होंने खड़ी बोली हिंदी का परिष्कार किया और पचासी से अधिक मौलिक और अनूदित पुस्तकें पर लिखीं। राही ब्लाक परिसर में 21 दिसंबर 1998 को अभियान के तहत तत्कालीन खंड विकास अधिकारी विनोद सिंह गौर के नेतृत्व में आवक्ष प्रतिमा स्थापित की गई थी। आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी राष्ट्रीय स्मारक के सदस्यों ने प्रतिमा पर माल्यार्पण पुष्पांजलि करके श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
पुष्पांजलि के बाद आयोजित स्मृति सभा में समिति के अध्यक्ष विनोद शुक्ला ने कहा कि स्मृति संरक्षण अभियान रजत जयंती वर्ष के तहत कार्यक्रमों की श्रृखला जारी रहेगी। इसका समापन धूमधाम से होगा। हिंदी प्रेमी एसपी मिश्र ने कविता सुनाकर सभी का मन मोह लिया।
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इस मौके पर प्रमोद अवस्थी, विनोद शुक्ला, राजीव भार्गव, करुणा शंकर बाजपेई, सभासद एसपी सिंह एवं पूनम तिवारी, समाजसेवी ओपी सिंह, लंबू बाजपेई, बीपी सिंह, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी संगठन के अध्यक्ष अनिल मिश्र, अमर द्विवेदी, कृष्ण मनोहर मिश्रा, चंद्रमणि बाजपेई, रामबाबू मिश्रा, करुणा शंकर मिश्रा, राजेश द्विवेदी, अरुण पांडेय, नीलेश मिश्रा, अभिषेक मिश्रा, रोहित मिश्रा, पीयूष द्विवेदी आदि मौजूद रहे।
दौलतपुर में भी याद किए गए आचार्य
दौलतपुर में 9 मई 1864 को जन्मे आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी को 84वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए। आचार्य द्विवेदी के जन्म स्थल के सामने 30 नवंबर 2010 में प्रतिमा स्थापित की गई थी।
प्रतिमा का अनावरण सांसद सोनिया गांधी ने किया था। आचार्य विनय शुक्ला के नेतृत्व में केशव बाजपेई, संजय श्रीवास्तव, रामजी मिश्र, सुशील यादव, दरोगा, जय करण पाल, मोहित बाजपेई बाबू शंकर शुक्ल ने माल्यार्पण कर आचार्य जी को याद किया।
रिपोर्ट-दुर्गश मिश्रा