कुछ समय पहले ही बगदाद में इराकी प्रदर्शनकारियों के अमेरिका दूतावास पर हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने ईरान को दोषी ठहराया है व चेतावनी दी है कि कि अगर अमेरिकियों को मारा जाता है तो उसे सजा का सामना करना पड़ेगा। जंहा ट्विटर पर ईरान के खिलाफ पूर्व संध्या पर हमला करने के कुछ घंटे बाद, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने बोला है कि वह तेहरान के साथ युद्ध के लिए तैयार नहीं है, यह कहते हुए कि वह शांति पसंद करते हैं। रूस टुडे ने मंगलवार की रात न्यू ईयर बैश के दौरान मीडिया से बात करते हुए ये टिप्पणियां कीं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इराक में अमेरिकी राजदूत व अन्य कर्मचारियों को दूतावास से बाहर निकाला गया है। इससे पहले रविवार रात को मारे गए कातिब हिजबुल्लाह मिलिशिया के लड़ाकों के अंतिम संस्कार के लिए दूतावास के बाहर सैकड़ों प्रदर्शनकारी इकट्ठा हुए थे, जो पेंटागन ने किरकुक बेस पर रॉकेट हमले के जवाब में प्रारम्भ किए थे। इससे पहले ट्रम्प ने बगदाद में अमेरिकी दूतावास पर हमले के लिए ईरान को दोषी ठहराया व बोला कि अगर किसी अमेरिकी को मारा जाता है तो इस्लामिक गणराज्य को बड़ी मूल्य चुकानी होगी। सीएनएन ने बताया कि दर्जनों प्रदर्शनकारियों ने बगदाद में अमेरिकी दूतावास परिसर में तोड़-फोड़ की, खिड़कियों को तोड़ा, आग लगाई व वाहनों को पलट दिया। यह अमेरिका के इराक व सीरिया में ईरानी समर्थित कातिब हिजबुल्लाह मिलिशिया के 5 ठिकानों पर हमले के बाद हुआ।
वहीं इस बात का पता चला है कि इससे पहले बगदाद में ईरानी प्रदर्शनकारियों की भीड़ ने अमेरिकी दूतावास पर हमला किया व वहां आग लगा दी। इस घटना के बाद अमेरिका ने मरीन की एक रैपिड एक्शन फोर्स वहां भेज दी। अमेरिकी हवाई हमलों से नाराज सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने मंगलवार को उच्च सुरक्षा वाले ग्रीन ज़ोन में चौकियों के माध्यम से आगे बढ़े, इराक से अमेरिकी सैनिकों को हटाने व एक ताकतवर ईरानी जनरल, रिवॉल्यूशनरी गार्ड के कासली सोलेमानी के प्रति वफादारी को दिखाएंगे।