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बिधूना में मना शिशु सुरक्षा दिवस, अधीक्षक बोले भारत में शिशुओं की मृत्युदर कई देशों की अपेक्षा अधिक, नवजात के लिए कंगारू मदर केयर वरदान

बिधूना। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बिधूना में सोमवार को शिशु सुरक्षा दिवस मनाया गया। इस मौके पर भारत में शिशु मृत्युदर अधिक होने पर चिंता व्यक्त की गयी। साथ ही कहा गया कि मां का दूध बच्चों के लिए अमृत के समान होता है। इस लिए माताएं फैशन को त्याग कर बच्चों को स्तनपान के साथ समुचित मात्रा में पोषक तत्वों का सवेन करायें। जिससे बच्चे उचित पोषक तत्व न मिलने के अभाव में दम तोड़ने से बच सकें।

सीएचसी में आयोजित शिशु सुरक्षा दिवस का शुभारम्भ करते वहीं चिकित्सा अधीक्षक डाॅ. सिद्धार्थ वर्मा ने कहा कि भारतवर्ष में शिशुओं की मृत्यु दर कई देशों की अपेक्षा अधिक है। कहा कि शिशु संबंधी उचित देखभाल के ना होने के कारण यह समस्या और अधिक विकराल होती जा रही है। भारत में सरकारों द्वारा कंगारू मदर केयर (केएमसी) समेत कई कार्यक्रमों और योजनाओं को चलाकर शिशुओं की मृत्युदर को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाये जा रहे है। इसके बाद भी जनसंख्या के बढ़ते बोझ तथा जागरूकता की कमी के कारण शिशुओं की मृत्युदर में अपेक्षित कमी नहीं आई है।

कहा कि बच्चे के लिए मां का दूध अमृत के समान है। लेकिन स्तनपान ना कराना आज की महिलाओं का एक फैशन बनता जा रहा है। जिसके कारण नवजात शिशु असमय काल के गाल में समा जाते हैं। इसके अलावा नवजात सही पोषण के अभाव में भी दम तोड़ देते हैं।

डाॅ. वर्मा ने कहा आज एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम नर्स मेंटरिंग के नाम से पूरे देश मे चलाया जा रहा है। जिसके तहत पूरे जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रो पर एक-एक नर्स मेंटर तैनात किये गये है। जो कि  नवजात शिशुओं की सुरक्षा हेतु स्टाफ नर्स की प्रतिदिन मेंटरिग करते है और उनके कार्य करने के कौशल को बढाने का काम करते है। जिसका फर्क आज साफ नजर आ रहा है और प्रदेश में नवजात की मृत्युदर में कमी आयी है।

इस मौके पर नर्स मेंटर पदम सिंह ने कहा कि इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य शिशुओं की सुरक्षा से संबंधित जागरूकता फैलाना और शिशुओं की उचित देखभाल करके उनके जीवन की रक्षा करना है। कहा कि विश्व भर में नवजात शिशुओं की उचित सुरक्षा ना होने तथा सही देखभाल ना होने के कारण वह काल के गाल में समा जाते हैं। इसलिए वह पूरे दिन सभी स्टाफ नर्स को नवजात शिशुओं की सुरक्षा हेतु मेंटरिग करते हैं। बताया कि मेंटरिंग में नवजात शिशुओं को दी जाने वाली महत्वपूर्ण सुविधाओं में जैसे केएमसी के महत्व को सभी स्टाफ नर्स को समय-समय पर सिखाया जाता है। साथ ही प्रसव के बाद माताओं को और उनके साथ आने वाले तीमारदारों को केएमसी के महत्व को बताते हैं।

इस मौके पर सभी स्टाफ नर्सो ने नवजात शिशुओं की देखभाल करने के लिए माताओं व उनके साथ आये तीमारदारों को जागरूक किय। इस मौके पर डाॅ. पूजा वर्मा, डाॅ. दिप्ती, डाॅ. मनीष त्रिपाठी, डाॅ. पुष्पेन्द सिंह, डाॅ. अजय गौर, डाॅ. अश्विनी यादव, डाॅ. आर.जी. मिश्रा, विजयलक्ष्मी, ज्योती, प्रियंका, हिमांशू, मोहिनी यादव, चीफ फार्मासिस्ट अवधेश सेंगर व फार्मासिस्ट सचिन कुमार आदि लोग उपस्थित रहे।

रिपोर्ट – राहुल तिवारी/संदीप राठौर चुनमुन

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