दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 में वोटरों को लुभाने के लिए पार्टियों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी के बीच ट्विट वार प्रारम्भ हो गया है. दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को बोला कि विपक्षी दलों का उद्देश्य आगामी चुनाव में उन्हें हराना है लेकिन उनका उद्देश्य करप्शन को हराना व दिल्ली को आगे ले जाना है. इसके बाद मनोज तिवारी ने भी ट्विटर पर पलटवार किया व उन्होंने बोला कि आम आदमी पार्टी वायदों को पूरा करने में विफल रही व उसने करप्शन से लड़ने वालों को पार्टी से निकाला है.
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘एक ओर हैं भाजपा, जद(यू), लोजपा, जजपा, कांग्रेस पार्टी व राजद. दूसरी ओर है स्कूल, अस्पताल, पानी, बिजली, स्त्रियों के लिए मुफ्त बस सेवा. मेरा उद्देश्य है करप्शन को हराना व दिल्ली को आगे ले जाना. लेकिन उनका उद्देश्य है मुझे हराना.’
इसके बाद मनोज तिवारी ने भी उनके ट्वीट को रिट्वीट करते हुए लिखा- एक हैं टूटी सड़कें, गंदा जहरीला पानी, एक नया स्कूल नहीं, एक नया अस्पताल नहीं, अस्पतालों में ऑपरेशन थीयटर बंद, एक भी इलेक्ट्रिक बस नहीं. भ्रष्टाचार से लड़ने वालों को पार्टी से निकाला. कांग्रेस पार्टी से गठबंधन किया व 70 वादों को पूरा करने में फेल रही आम आदमी पार्टी. दूसरी तरफ है- भाजपा, सबका साथ-सबका विकास.’
दरअसल, भाजपा, जद(यू), लोजपा, कांग्रेस पार्टी व राजद दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनाव में अपने उम्मीदवार उतार रहे हैं. बीजेपी ने जद(यू) व लोजपा से गठबंधन किया है वहीं कांग्रेस पार्टी व राजद गठबंधन में हैं. भाजपा ने नयी दिल्ली विधानसभा सीट से सुनील यादव को अपना उम्मीदवार बनाया है.
कब है चुनाव:
दिल्ली में 8 फरवरी को विधानसभा चुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे व नतीजे 11 फरवरी को आएंगे. दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन लेटर दाखिल करने की अंतिम तिथि 21 जनवरी है जबकि नामांकन लेटर की जाँच 22 जनवरी को होगी. इसके अतिरिक्त नामांकन लेटर वापस लेने की अंतिम तिथि 24 जनवरी है. दिल्ली में विधानसभा की 70 सीटें हैं जिसमें से 58 सामान्य श्रेणी की है जबकि 12 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं