मोहम्मदी खीरी। बार एसोसिएशन मोहम्मदी के अध्यक्ष गोविंद खरे के नेतृत्व में तहसील मोहम्मदी के अधिवक्ताओं ने उप जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन भेजा। जिसमें मांग रखी गई कि मोहम्मदी को जिला बनाया जाए, वर्ष 1857 से पहले मोहम्मदी एक जिला था। वर्ष 1857 के गदर में मितौली के राजा ठाकुर लोने सिंह, नवाबों व अन्य कई स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ने अंग्रेजों को मार गिराया था।
स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के एवं सुरक्षा के दृष्टिकोण से अंग्रेजों ने मोहम्मदी को जिला समाप्त करके #लखीमपुर खीरी जिला मुख्यालय बनाया था, जो जनपद शाहजहांपुर की सीमा से शुरू होकर नेपाल बॉर्डर तक है। तहसील मोहम्मदी से एक हिस्सा कटकर वर्ष 1889 को गोला तहसील तथा 2014 में मितौली तहसील स्थापित कर दी गई थी। मोहम्मदी में अपर सत्र न्यायालय भी मौजूद है।
मोहम्मदी तहसील लखीमपुर मुख्यालय से 70 किलोमीटर की दूरी पर है तथा मोहम्मदी के सैकड़ों गांव ऐसे हैं जहां से मुख्यालय पहुंचने में 125 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है ऐसे में क्षेत्र के निवासियों को काफी असुविधा होती है हर तरह से क्षेत्रवासियों को 40 किलोमीटर से अधिक नहीं चलना पड़ेगा। इसके अतिरिक्त भौगोलिक दृष्टि से भी मोहम्मदी तहसील मितौली और गोला तहसील के मध्य में स्थित है इस कारण मुख्यालय पर आने-जाने में क्षेत्रवासियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
इस संबंध में 22.04.2017 को मोहम्मदी विधायक लोकेंद्र प्रताप सिंह के साथ बार एसोसिएशन मोहम्मदी का शिष्टमंडल नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ भेंट करने भी गया था। जिसमें मुख्यमंत्री ने मोहम्मदी को जिला बनाने को कहा था, इसी को लेकर बार एसोसिएशन मोहम्मदी के अधिवक्ता प्रत्येक शनिवार को एक ज्ञापन उप जिलाधिकारी मोहम्मदी के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजे हैं। बार एसोसिएशन के अध्यक्ष गोविंद खरे ने बताया कि कि उत्तर प्रदेश शासन को यह 112 ज्ञापन भेजा जा रहा है। इस मौके पर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष गोविंद खरे महामंत्री शाहिद बाबा, उमेश भार्गव, सुरेश चंद्र शुक्ला सुखविंदर सिंह, राजीव कनौजिया, आरिफ खान उदित शर्मा आदि अधिवक्ता गण मौजूद रहे।
रिपोर्ट-हरविंदर सिंह कम्बोज