लखनऊ विश्वविद्यालय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का 72वॉं जन्म दिवस एक अनूठी पहल से मना रहा है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अन्तर्गत रेखांकित सामाजिक सरोकार को स्वीकार करते हुये रोजगारों के सृजन एवं जनजातियों के प्रति अपने उत्तरदायित्व का निर्वहन करते हुये लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने ‘जनजातीय उद्यमिता विकास’ कार्यक्रम को 17 सितम्बर, 2022 को थारू जनजाति के साथियों के साथ दुस्कियाँ गांव, चन्दन चौकी, जनपद लखीमपुर खीरी में आयोजित करने का निश्चय किया है।
थारू जनजाति उत्तर प्रदेश की 77.47 प्रतिशत जनजातीय जनसंख्या है। इनकी अर्थव्यवस्था कृषि व मत्स्य पालन पर आधारित है। हथकरघों में भी विशेष दक्षता है। उत्तर प्रदेश सरकार के साथ लखनऊ विश्वविद्यालय उनकी संस्कृति बढ़ाने में संलग्न हैं। राष्ट्रीय ख्याति व प्रशस्ति प्राप्त विश्वविद्यालय अपने दायित्व को समझते हुये अपनी भाऊराव देवरस पीठ एवं मानव विज्ञान विभाग के माध्यम से एक स्थायी सामाजिक कार्यक्रम चलाने को तत्पर है।
हौंसले एवं हुनर से आत्मनिर्भर होते भारत में जनजातीय सहभाग भी और बढे़ यह हमारा प्रयास हो। प्रो राय के अनुसार राज्यपाल एवं प्रधानमंत्री दोनों की प्रेरणा का एक व्यवस्थित स्वरूप देना हमारा कर्तव्य है। मानव विज्ञान विभाग जनजातियों पर शोध एवं प्रशिक्षण करता रहा है। कौशल प्रशिक्षण जनजातियों के लिए विशेष सहयोगी होगा। विश्वविद्यालय आगे रोजगार प्रशिक्षण, वित्तीय प्रबन्धन एवं युवाओं को बाजार देने में भी सहयोग करेगा।
16 सितम्बर को विद्यालयों में ‘हमारे प्रधानमंत्री’ नरेन्द्र मोदी शीर्षक से बच्चों में पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। 17 सितम्बर को इन प्रतियोगिता के विजयी छात्रों को द्वारा पुरस्कृत किया जायेगा। इसी श्रंृखला में दो ग्राम सभा दुस्किया व परसिया के ग्राम प्रधानों ने 72 परिवारों को उद्यमिता सहायता हेतु चिन्हित किया है, जो उत्साही एवं प्रेरित हैं। उन्हें विकसित मछली जाल एवं बीज वितरित किये जायेंगे। उन्हें जैविक खाद्य भी वितरित की जायेगी। लखनऊ विश्वविद्यालय ने मत्स्य विभाग द्वारा एक प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया है। थारू जनजाति के सदस्यों को सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी दी जायेगी।
लखनऊ विश्वविद्यालय एक शीर्ष शोध संस्था के साथ एक मानवीय विकास के लिए प्रतिबद्ध संस्था है जो राष्ट्र के सभी वंचित एवं हाशिये पर विद्यमान लोगों को साथ लेकर चल रहा है। 72 परिवारों को सहयोग, ग्राम प्रधानों को सम्मान, प्रशिक्षण एवं सभी बच्चों को पुरस्कार दिये जायेंगे।
जनजाति समूह प्रधानमंत्री के जन्म दिवस पर एक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे।