ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट उत्तर प्रदेश की विकास यात्रा में शानदार रूप से दर्ज हुई। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू इसके समापन समारोह में सम्मलित होने लखनऊ आईं थीं। उन्होने भी इसे प्रदेश सरकार की बड़ी उपलब्धि बताया था। इसके अगले दिन वह बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय केंद्रीय विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह को संबोधित किया।
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यहां भी उन्होने ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट का उल्लेख किया। शिक्षा को उद्योगों और व्यापार के वातावरण से जोड़ने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों को अधिक से अधिक जनकल्याण के अनुसंधान करने पर जोर देना चाहिये।
उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए इन्क्यूबेशन सेंटर स्थापित करने चाहिए। भारत विश्व के तीसरे सबसे बड़े स्टार्टअप इकोसिस्टम के रूप में विकसित हुआ है। शिक्षण संस्थानों से इस मौके का पूरा लाभ उठाना चाहिए। उन्होने रिसर्च और इन्नोवेशन के लिए विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने, कौशल आधारित शिक्षा प्रदान करने का आह्वान किया।
राष्ट्रपति ने विवि के नवनिर्मित बिरसा मुंडा स्टूडेंट एक्टिविटी सेंटर का उद्घाटन भी किया।कहा कि बिरसा मुंडा का पूरा जीवन विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है, उनके नाम पर बना यह सेंटर विद्यार्थियों के संपूर्ण विकास में योगदान करेगा।
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उन्होंने कहा कि बाबासाहेब का पूरा जीवन संघर्षों से भरा था मगर फिर भी कठिन परिश्रम और मूल्य आधारित जीवन शैली अपनाकर उन्होंने उच्च शिक्षा हासिल की और आज समाज उन्हें भारत के संविधान शिल्पी के रूप में याद करता है।
उनके जीवन और सिद्धांतों से प्रेरणा लेते हुए, उनके दिखाए मार्ग पर चलकर विद्यार्थी कठिन से कठिन लक्ष्य साध, सफलता प्राप्त कर सकते हैं। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय, विवि के कुलाधिपति डॉ प्रकाश सी बरतुनिया उपस्थित थे।
रिपोर्ट-डॉ दिलीप अग्निहोत्री