Breaking News

यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने किसानों के बीच की लंगर सेवा, कहा- खून की आखिरी बूंद तक संघर्ष करूंगा

केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ बीते करीब दो महीनों से भी ज्यादा वक्त से दिल्ली की सीमाओं पर किसान आंदोलन कर रहे हैं। कांग्रेस भी इन कानूनों की वापसी की मांग कर रही है। ऐसे में उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि वह अपने खून की आखिरी बूंद तक किसानों के साथ संघर्ष करते रहेंगे।

अजय कुमार लल्लू शनिवार देर रात एक वीडियो ट्वीट में कहा कि वह किसानों के साथ हैं और अपने खून की आखिरी बूंद तक उनके साथ संघर्ष करते रहेंगे। अजय कुमार लल्लू ने ट्वीट में लिखा, “पसीने से फसल सींचकर देश का पेट भरने वाले किसानों के साथ अपने खून की आखिरी बूंद तक संघर्ष करता रहूंगा।”

अजय कुमार लल्लू ने वीडियो में कहा, “जिस सरकार ने मेरे ऊपर 3 महीने में 55 केस दर्ज किए, 1 साल में 50 बार गिरफ्तार किया, क्या वह मुकदमों से डरेगा।” उन्होंने कहा, “राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस का एक-एक कार्यकर्ता इस किसान आंदोलन के साथ खड़ा है और इनकी जायज मांगों के साथ खड़ा है। इन कानूनों को सरकार को हर हाल में रद्द करना पड़ेगा।”

इसके साथ ही उन्होंने शनिवार रात को एक अन्य वीडियो भी ट्वीट किया। वीडियो में अजय कुमार लल्लू गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों के बीच लंगर सेवा करते नजर आ रहे हैं। वीडियो ट्वीट करते हुए उन्होंने लिखा, “गाजीपुर बॉर्डर पर सत्याग्रही किसान भाइयों की लंगर सेवा।” गौरतलब है कि उन्होंने शुक्रवार को गाजीपुर बॉर्डर पहुंचकर किसानों को समर्थन दिया था।

किसानों को समर्थन देने के बाद अजय कुमार लल्लू ने कहा था, “मैं धन्यवाद देता हूँ किसान भाईयों को, तमाम किसान संगठनों को, जिनके कुशल नेतृत्व में शांतिपूर्वक आंदोलन चल रहा है।” उन्होने कहा, “अब तक 68 दिन में 170 से अधिक किसानों ने इस आन्दोलन की सफलता के लिए शहादत दी है।”

उन्होंने कहा, “भारतीय जनता पार्टी की सरकार पूरी तरह तानाशाहीपूर्ण रवैया अपनाये हुए है। सरकार किसानों को केवल तारीख पर तारीख देती रही है किन्तु उसकी मंशा समाधान का नहीं रहा। वह किसानों को थकाओ और भगाओ की साजिश करती रही है। यही कारण है कि 11 बार किसानों के साथ बैठक के बावजूद कोई समाधान नहीं निकला।

अजय कुमार लल्लू ने कहा, “सरकार अपने चंद उद्योगपति मित्रों को लाभ पहुंचाने के लिए हठधर्मिता, अड़ियल रूख और अहंकार के माध्यम से किसानों के विरूद्ध षडयंत्र के तहत वार्ता का ढोंग करती रही और अपमानित भी करती रही। जिसका पर्दाफाश हो चुका है। भाजपा सरकार का किसान विरोधी चेहरा बेनकाब हो चुका है।”

About Ankit Singh

Check Also

सभी मुस्लिमों को ओबीसी वर्ग में शामिल करने पर कर्नाटक सरकार के जवाब से संतुष्ट नहीं एनसीबीसी, भेजेगा समन

बंगलूरू :  कर्नाटक में पूरे मुस्लिम समुदाय को आरक्षण का लाभ देने के लिए ओबीसी ...