कोरोना वायरस और उसके संक्रमण के फैलाव को लेकर चीन दुनिया भर में सवालों के घेरे में आ गया है। चीन की वुहान लैब पर कोरोना वायरस को बनाने के आरोप लग रहे हैं। जिसके चलते चीनी सरकार लगातार स्पष्टीकरण दे रही है। अमेरिका समेत दुनिया के कई और देश चीन पर कोविड-19 से जुड़ी सभी जानकारियां छिपाने के आरोप लगा रहे हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति के मुताबिक चीन ने कोरोनावायरस के शुरुआती लक्षणों को दुनिया से छिपाया, जिसकी वजह से आज करीब 184 देश इस महामारी का भयानक अंजाम भुगत रहे हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने के लिए एक बार फिर चीन को जिम्मेदार ठहराया है। ट्रंप ने कहा है कि चीन ने भयानक गलती की है और फिर उसे छुपाने की कोशिश भी की। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप कोरोना वायरस के लिए लगातार चीन को कठघरे में खड़े कर रहे हैं।
डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले दिनों कहा था कि वुहान के लैब से ही कोरोना वायरस लीक हुआ है और इस बात के उनके पास पुख्ता सबूत हैं. इसके बाद ट्रंप ने एक बार फिर चीन पर निशाना साधा है।
रविवार को फॉक्स न्यूज वर्चुअल टाउन हॉल मीटिंग में वाशिंगटन के लिंकन मेमोरियल में ट्रंप ने ये बातें कहीं। इसके ठीक पहले अमेरिका के विदेशमंत्री माइक पॉम्पियो ने चीन पर हमला बोला था. माइक पॉम्पियो ने कहा था कि उनके पास पुख्ता सबूत हैं कि कोरोना का संक्रमण चीन की वजह से फैला।
डोनाल्ड ट्रंप ने ये भी आरोप लगाया है कि कोरोना वायरस को लेकर चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के शासन ने पूरी दुनिया को गुमराह किया है। ट्रंप ने कहा है कि मुझे नहीं लगता है कि इस बारे में कोई सवाल उठता है। हम वहां जाना चाहते हैं लेकिन वो नहीं चाहते कि हम वहां जाएं। जो कुछ चीजें वहां से आ रही हैं वो काफी संदिग्ध हैं. मुझे नहीं लगता है कि अब कोई सवाल रह गया है।
ट्रंप ने कहा है कि व्यक्तिगत तौर पर मुझे लगता है कि उनलोगों ने भयानक भूल की है और अब वो इसे स्वीकार नहीं कर रहे हैं