अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन ने चीन China की सेना को लेकर एक चौंकाने वाली रिपोर्ट जारी की है। इसमें कहा गया है कि सेना को एक प्रमुख वैश्विक शक्ति बनाने के लिए चीन उसका आधुनिकीकरण करने के साथ ही सेना के इस्तेमाल के लिए नई टेक्नोलॉजी की चोरी करने से भी पीछे नहीं हट रहा है। पेंटागन की रिपोर्ट में कहा गया है कि आधुनिक तकनीक की चोरी के लिए जासूसी का इस्तेमाल किया जा रहा है।
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China कई तरीकों का
रिपोर्ट के अनुसार, विदेशी सैन्य और दोहरे उपयोग वाली तकनीक को पाने के लिए China चीन कई तरीकों का इस्तेमाल करता है। इसके लिए विदेशी निवेश, साइबर चोरी, खुफिया सेवाओं का इस्तेमाल, और निजी चीनी नागरिकों का शोषण आदि अन्य अवैध तरीकों का इस्तेमाल कर रहा है। चीन विदेशी तकनीक को पाने के लिए आयात, प्रत्यक्ष विदेशी निवेश, विदेशी रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेंटर की स्थापना, रिसर्च एंड एकेडमिक पार्टनरशिप, ज्वाइंट वेंचर, टैलेंट की भर्ती, उद्योग एवं साइबर घुसपैठ का इस्तेमाल भी करता है।
ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ के चेयरमैन जनरल जोसेफ डनफोर्ड ने हाल ही में चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा था कि चीन में बिजनेस करने वाली गूगल जैसी अमेरिकी कंपनियां वास्तव में चीनी सेना को फायदा पहुंचा रही हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन ने इन तकनीकों का उपयोग अमेरिका से संवेदनशील, दोहरे उपयोग या सैन्य-ग्रेड उपकरण तकनीक हासिल करने के लिए किया था। इसमें विमानन और एंटी पनडुब्बी युद्ध तकनीक शामिल हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि चीनी नौसेना तेजी से आधुनिक और लचीली हो रही है। पनडुब्बी बल का आधुनिकीकरण चीन की एक उच्च प्राथमिकता है। चीन की कुल पनडुब्बियों की संख्या साल 2020 तक 65 से 70 तक बढ़ने की संभावना है।