गर्मी के महीने में पुदीने का इस्तेमाल ज्यादातर घरों में होता है। चटनी बनानी हो या शिकंजी, पुदीना हर चीज का स्वाद बढ़ा देता है। पुदीने को आयुर्वेद में भी फायदेमंद औषधि बताया गया है।
जिसे खाने से गर्मी में शरीर को ठंडक मिलती है। अपच होने पर अक्सर पुदीने की पत्तियों का रस पीने की सलाह दी जाती है। लेकिन इसके साथ ही पुदीना को और भी बीमारियों में इस्तेमाल में लाने से फायदा मिलता है। आयुर्वेद में पुदीने की पत्तियों को यूज करने का तरीका बताया गया है। जिससे पेट के कीड़ों से लेकर दांत दर्द में राहत मिल सकती है।
पुदीने की पत्तियों को पानी में मिलाकर उबालकर चाय बना लें। इस चाय को पीने से बुखार के बाद होने वाली कमजोरी को दूर करने में मदद मिलती है।
अपच की वजह से उल्टी आ रही है तो पुदीने की पत्तियों के रस को धनिया, सौफ, जीरा के पानी में मिलाकर पीने से फायदा होता है।गर्मी की वजह से पैर के तलवों और हथेलियों में जलन हो रही हो तो पुदीने के पत्तों को पीस कर लगाने से फायदा होता है।
अगर लू लगने की वजह से किसी इंसान को बेहोशी महसूस हो रही है तो पुदीने के ताजे पत्तों को मसलकर सुंघाने से राहत मिलती है। गर्मियों में स्पाइसी खाना खाने से इनडाइजेशन की प्रॉब्लम हो रही है तो पुदीने की पत्तियों का रस निकालकर पानी में मिला लें। इस पानी को पीने से राहत महसूस होती है। साथ ही पेट का दर्द भी बंद होता है।
शरीर पर पित्ती उछल गई हैं तो 10 ग्राम पुदीना की पत्तियां और 20 ग्राम गुड़ को 200 ग्राम पानी में मिलाकर उबालकर रख लें। फिर छानकर पीने से पित्ती ठीक होने में मदद मिलती है।