गैरसैंण में हो रहे विधानसभा बजट सत्र में निलंबन के विरोध में हंगामे के दौरान कांग्रेस विधायक अनुपमा रावत और आदेश चौहान सचिव की टेबल पर चढ़ गए। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी की तरफ भी किताबें फेंकी,पर वो बाल-बाल बच गईं। यह देखकर स्पीकर ने इशारा किया कि मेरे सिर पर मारो।
कांग्रेस विधायकों के विरोध का समर्थन करते हुए बसपा विधायक दल के नेता मो.शहजाद, सरबत करीम अंसारी और निर्दलीय विधायक उमेश कुमार भी वेल में आ गए। उन्होंने भी कांग्रेस विधायकों के निलंबन को गलत बताया। कांग्रेस के ये विधायक नहीं आए: बदरीनाथ विधायक राजेंद्र भंडारी चोट और किच्छा विधायक तिलकराज बेहड़ अस्वस्थता के चलते गैरसैंण नहीं पहुंचे हैं। लोहाघाट विधायक खुशहाल सिंह अधिकारी व पिथौरागढ़ विधायक मयूख महर भी मंगलवार को सदन में नहीं थे।
सदन में कांग्रेस विधायकों का हंगामा जारी रहने पर विधानसभा अध्यक्ष का पारा चढ़ गया। उन्होंने विधायकों को चेताते हुए सीट पर लौटने को कहा। इसके बाद भी हंगामा शांत नहीं होने पर उन्होंने विधायकों को सदन से बाहर निकालने के निर्देश दिए। इस पर कांग्रेस विधायकों के तेवर तीखे होते देख स्पीकर ने सभी को मंगलवार को सदन की कार्यवाही से निलंबित कर दिया।
और सदन तीन बजे तक के लिए स्थगित कर दिया। इसके बाद भी कांग्रेस विधायक वेल में डटे रहे व सदन शुरू होने पर फिर हंगामा शुरू कर दिया। राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान भी जब हंगामा नहीं थमा तो विधानसभा अध्यक्ष ने शाम 5:57 बजे सदन की कार्यवाही बुधवार पूर्वाह्न 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।