लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के सिख समाज ने हजरतगंज स्थित पटेल पार्क में अलगाववादी विचारधारा और विदेशों में तिरंगे के अपमान के खिलाफ आज 26 मार्च को जोरदार प्रदर्शन किया। इसमें विभिन्न गुरूद्वारा के प्रबन्धकों व सेवा सोसाइयटी के प्रधान व सेवकों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया।
सिक्ख प्रतिनिधियों ने विरोध प्रदर्शन के दौरान कहा कि भारत हमारी जन्मभूमि है इसकी स्वतंत्रता समाज में और नये भारत के निर्माण में सिक्खों का सर्वाधिक योगदान दिया है। अब सिक्ख समाज तिरंगे के अपमान और देश के विभाजन की बातें सुनकर चुप नहीं रहेंगें। हम सब इसका पुरजोर विरोध करते हैं। सम्पूर्ण भारत हमारी गुरूओं की धरती है। भारत के धर्म और संस्कृति की रक्षा के लिए गुरू साहिबान ने बलिदान दिये हैं और श्री गुरू गोबिन्द सिंह महाराज के वीर साहिबजादों ने कुर्बानियाँ दी है।
उनसे प्रेरणा प्राप्त करके आज तक लाखों की संख्या में सिक्खों ने देश की रक्षा के लिये अपनी कुर्बानियां दी। हम इस देश का विभाजन किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं कर सकते। भारत हमारी आन-बान और शान है। देश के विरूद्ध किसी भी गतिविधि को हम बर्दाश्त नहीं करेंगें और उसका पूरी शक्ति से विरोध करते हैं। सिक्ख धर्म त्याग बलिदान और सेवा का प्रतीक है।
सारी दुनिया ने देखा कि कोरोना की महामारी के समय में भी सिक्खों के पूरे भारत में किस तरह लंगर लगवायें और आक्सीजन से और दवाइयों से सेवा की। आज पाकिस्तान और विदेशी ताकतों के बरगलाने में अगर देश के कुछ लोग देश विरोधी बातें कर रहे हैं जिससे पूरे देश के सिक्ख आहत है। सिक्ख देश भक्त कौम है। हम अपने देश को बहुत प्यार करते हैं व इसके लिए किसी भी कुर्बानी को तन-मन-धन को देने लिये के लिये सदैव तत्पर है।
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अलगाववादियों के विरोध में मुख्य रूप से पूर्व पार्षद व वर्तमान मंत्री लखविंदर पाल सिंह, लखनऊ गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह बग्गा, हरपाल सिंह जग्गी, डा अमरजोत सिंह, तेजपाल सिंह, सुरेंद्र पाल सिंह बख्शी, सतपाल सिंह मीत, निर्मल सिंह, अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य परविंदर सिंह, नामित पार्षद सरदार सरबजीत सिंह, सरदार सेवक रणबीर सिंह भसीन, मनमोहन सिंह मोनी, मुनमुन सिंह लाली, जसकरन सिंह, पोपली वीर, कुलदीप सिंह, लकी बग्गा आदि अन्य गणमान व्यक्ति शामिल हुए। इन सब में राजेन्दर सिंह दुआ व सतपाल सिंह मीत का विशेष सहयोग रहा। आयोजन के अंत में राष्ट्रगान गाया गया व भारत माता की जय के नारे लगे।
रिपोर्ट-दया शंकर चौधरी।