West Bengal में पुनर्मतदान के दौरान कई बूथों पर हिंसक घटनाएं हुई। जिससे कई बूथों पर भीड़ बैलेट बॉक्स लेकर भाग गई। दरअसल पश्चिम बंगाल के 20 में से 19 जिलों के 568 बूथों पर बुधवार को पुनर्मतदान चल रहा था। इस दौरान हिंसक घटनाओं के कारण पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा। पश्चिम बंगाल के मालदा जिला के ऋतुवा इलाके में मतदान केंद्रों पर हिंसक भीड़ ने धावा बोल दिया और बैलेट बॉक्स उठाकर अपने साथ ले गए। बैलेट बॉक्स लेकर जा रहे लोगों का वीडियो भी सामने आने की बातें कही जा रही हैं। जिसमें बंदूक की नोंक पर सैकड़ों की संख्या में पहुंची भीड़ बैलेट बॉक्स को हाथ में ले जाती दिखाई पड़ रही है।
- पश्चिम बंगाल में टीएमसी के गुंडों ने 14 मई को होने वाले मतदान में न सिर्फ बैलेट बॉक्स उठा ले गये थे, बल्कि बूथ के बैलेट बॉक्स को भी आग के हवाले कर दिया था।
#MamataSupariKillerOfDemocracy The jewel in the crown of our democracy,where ballot boxes burnt pic.twitter.com/d6r53qGjde
— Ak Bothra (@bothra_ajay) May 14, 2018
ममता सरकार का असली अत्याचारी चेहरा आया सामने
पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी सरकार पूरी तरह से संविधान की धज्जियां उड़ाती नजर आई। जिस तरह से हिंसक घटनाओं को अंजाम दिया गया। वह आपके सामने वीडियो में साफ दिख रहा है। पश्चिम बंगाल में आचार संहिता के साथ ही देखें किस तरह से कानून की धज्जियां उड़ाई गई। सूत्रों के अनुसार जिस तरह से टीएमसी कार्यकर्ताओं ने बीरपुरा बूथ पर वोटरों को रोक कर चुनाव को प्रभावित करने का प्रयास किया, वह काफी शर्मनाक है।
https://youtu.be/wRWHyMGFtes
मतदान करने जा रहे लोगों पर हमला
पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव में पिछले दिनों 14 मई को मतदान के दौरान कई लोगों को मार पीटकर घायल कर दिया गया था। दरअसल चुनाव को प्रभावित करने के लिए इन हिंसक घटनाओं को अंजाम दिया गया था।
https://twitter.com/biswaji21343599/status/995904406544564224
West Bengal, 17 मई को होगी मतगणना
दरअसल पश्चिम बंगाल में 20 जिलों में 14 मई को पंचायत चुनाव के मतदान हुए थे। राज्य निर्वाचन आयोग ने झारग्राम जिले को छोड़कर सभी बूथ पर पुनर्मतदान के आदेश दिए थे। उत्तर दिनाजपुर में सर्वाधिक 73 बूथों पर पुनर्मतदान कराए जा रहे हैं। जबकि मुर्शिदाबाद में 63, नादिया में 60, अलीपुरदौर में दो और पश्चिम बर्दवान में तीन बूथों पर मतदान करवाया जा रहा है। तीन स्तरीय पश्चिम बंगाल ग्रामीण निकायों के कुल 38,616 प्रतिनिधियों के निर्वाचन के लिए 58,000 से अधिक बूथों पर 14 मई को मतदान हुआ था। जिनकी मतगणना 17 मई को होगी।
रिपोर्ट—संदीप वर्मा