पश्चिम बंगाल में आज पंचायत चुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे। गुरुवार शाम को प्रचार का शोर थम गया। इस चुनाव में करीब 5.67 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। जिला परिषदों, पंचायत समितियों और ग्राम पंचायतों में करीब 74,000 सीटों के लिए मतदान होगा।
प्रचाक के दौरान पूरे राज्य में जनसभाएं, रोडशो और घर-घर जाकर प्रचार किया गया। इसमें मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी और विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी समेत अनेक नेताओं ने भाग लिया।
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी.वी.आनंद बोस राज्य में पंचायत चुनाव से एक दिन पहले हिंसा प्रभावित इलाकों के दौरे के लिए शुक्रवार को मुर्शिदाबाद पहुंचे। आनंद बोस ने डोमकल, खारग्राम, नवग्राम और बेलडांगा का दौरा किया। इन स्थानों पर ग्रामीण चुनावों से पहले राजनीतिक दलों के बीच झड़प की खबरें आई थीं। एक अधिकारी ने बताया कि राज्यपाल दिन में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। राज्यपाल शुक्रवार सुबह ट्रेन से जिला मुख्यालय बेरहामपुर पहुंचे और शाम को कोलकाता रवाना हो गए। मुर्शिदाबाद के रानीनगर इलाके में हिंसा की ताजा घटना हुई है। राज्यपाल ने यहां पहुंचकर पीड़ितों की सांत्वना दी।
पश्चिम बंगाल में चुनाव के दौरान हिंसा आम बात हो चुकी है। विधानसभा और लोकसभा चुनाव की तरफ पंचायत चुनाव में भी हिंसक झड़पे हुईं। ज्यादातर जगहों पर बीजेपी और टीएमसी कार्यकर्ता आमने-सामने होते हैं। अधिकारियों के अनुसार, राज्य में पंचायत चुनाव संबंधी हिंसा में अभी तक 17 लोगों की मौत हुई है।
राज्यपाल इससे पहले दक्षिण 24 परगना जिले के भांगर, कैनिंग और बसंती तथा कूचबिहार जिले में गए थे, जहां राजनीतिक दलों के बीच झड़पें हुई थीं। बोस ने गुरुवार को आरोप लगाया था कि राज्य के निर्वाचन आयुक्त (एसईसी) राजीव सिन्हा पंचायत चुनावों में अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने में विफल रहे हैं। उन्होंने एक प्रेस कांफ्रेंस में राजीव सिन्हा से चुनाव के दौरान लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा था। राज्यपाल ने आम लोगों की शिकायतें दूर करने के लिए राजभवन में ‘पीस होम’ खोला है।