प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुरुवार रात चीन के वुहान पहुंच गये। PM Modi in Wuhan, एअरपोर्ट पर उनका गर्मजोशी के साथ स्वागत किया गया। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ दो दिवसीय अनौपचारिक शिखर वार्ता में पीएम मोदी शिरकत करेंगे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्विटर पर लिखा कि चीनी राष्ट्रपति शी के साथ पहली अनौपचारिक शिखर वार्ता के लिए वुहान पहुंचने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया गया। दोनों नेता द्विपक्षीय संबंधों के बढ़ाने की रणनीतिक और दीर्घकालीन परिप्रेक्ष्य से समीक्षा करेंगे। इस वार्ता के दौरान दोनों नेता सीमा विवाद सहित कई मुद्दों का हल निकालने के लिए दोनों देशों के बीच आमराय बनाने की दिशा में काम करने की उम्मीद है।
PM Modi in Wuhan, बैठक के साथ पहले दिन संग्रहालय का भ्रमण करेंगे
पीएम मोदी व राष्ट्रपति जिनपिंग दिन के भोजन के बाद दोनों नेता अकेले बैठक करेंगे। इसके बाद दोनों नेता शुरू में हुबई प्रांतीय संग्रहालय जाएंगे। जहां बड़ी संख्या में एतिहासिक व सांस्कृतिक निशानियों को देखेंगे। इसके बाद दोनों नेता वार्ता में शामिल होंगे। जिसमें दोनों देशों के छह-छह उच्चाधिकारी भी भाग लेंगे। दोनों नेता चर्चित ईस्ट लेक के किनारे रात्रि भोज करेंगे, जो कि चीन के क्रांतिकारी नेता माओत्से तुंग का पसंदीदा अवकाश गंतव्य रहा है।
दूसरे दिन चीन में पीएम मोदी अनौपचारिक शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे
शनिवार को दोनों नेता झील के किनारे टहलेंगे, बोट में यात्रा करेंगे और भोज करेंगे। दोनों नेताओं ने अपनी अनौपचारिक बैठकों की शुरुआत 2014 में की थी। जब शी भारत आए थे और मोदी ने उनकी आगवानी गुजरात के साबरमती आश्रम में की थी। उसके बाद से दोनों नेता कई बार अंतरराष्ट्रीय बैठकों में मिल चुके हैं। लेकिन यह इनके बीच दिल से दिल की बातचीत का अनौपचारिक शिखर सम्मेलन होगा।
अनौपचारिक शिखर सम्मेलन में किसी समझौते पर नहीं होंगे हस्ताक्षर
इस अनौपचारिक शिखर सम्मेलन के दौरान किसी समझौते पर हस्ताक्षर नहीं होंगे और न ही कोई साझा बयान जारी किया जाएगा। अधिकारियों ने कहा कि यह शिखर सम्मेलन मुद्दों को सुलझाने पर सहमति बनाने का प्रयास है जो कि किसी समझौते की घोषणा के बजाय बाद की कार्रवाई पर होगा। दोनों नेताओं के बीच इस तरह का संवाद पहली बार हो रहा है।