देश की राजधानी दिल्ली में नए साल के पहले पानी का संकट गहरा सकता है. कई इलाकों में पीने और अन्य जरूरतों के लिए पानी की किल्लत हो सकती है. ऐसे में पूर्व सावधानी बरतते हुए पहले ही पानी स्टोर कर लें ताकि ज्यादा पेरशनियों का सामना न करना पड़े.
दरअसल, दिल्ली जल बोर्ड (DJB) ने पानी का संकट गहराने की आशंका जताई है. इसके लिए हरियाणा को जिम्मेदार ठहराया गया है.
डीजेबी के उपाध्यक्ष राघव चड्ढा ने संभावित जल संकट के लिए हरियाणा को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने आरोप लगाया कि पड़ोसी राज्य यमुना में बिना ट्रीट किया हुआ पानी छोड़ रहा है, ऐसे में नदी में नुकसानदेह अमोनिया का स्तर बढ़ता जा रहा है. ऐसे में दिल्ली के ट्रीटमेंट प्लांट में पानी को पीने और इस्तेमाल योग्य बनाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
राघव ने बताया कि दिल्ली को वैसे भी कम पानी मिल रहा है. जो पानी मिल भी रहा है वह अमोनिया मिश्रित है. उनकी मानें तो इसकी वजह से वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में बार-बार दिक्कतें आ रही हैं और कई बार प्लांट को बंद भी करना पड़ रहा है.
दिल्ली जल बोर्ड की आशंकाओं को सही मानें तो नववर्ष के आगमन के ठीक पहले दिल्ली के कई इलाकों में पेयजल के साथ अन्य तरह की जरूरतों के लिए पानी का संकट गहरा सकता है. NDMC इलाके के अलावा साउथ दिल्ली और नॉर्थ दिल्ली के साथ ही राजधानी के अन्य क्षेत्रों में लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. इससे पहले भी यमुना नदी में अमोनिया का स्तर बढ़ने के कारण दिल्ली में पानी की किल्लत की समस्या सामने आ चुकी है. दिल्ली इसके लिए पड़ोसी राज्य पर ठीकरा फोड़ता है.