अभी तक आप जनवरी माह में नववर्ष मना चुके होंगे पर शायद ही आप जानते हों कि भारतीय नववर्ष कब होता है। भारतीय नववर्ष के बारे में कुछ लोगों को पता है किन्तु एक बहुत बड़ा वर्ग है जो अब भी अपनी संस्कृति से अंजान है। हम बताते है भारतीय नव वर्ष और इनसे जुड़े महीनों (month) के बारे में।
नव संवत्सर और महीने(month)
भारतीय नववर्ष की शुरुआत चैत्र माह की प्रतिपदा यानी चैत्र माह के प्रथम दिन से होती है, कहा जाता है कि इसी दिन ब्रह्मा जी ने सृष्टि का निर्माण किया था। हिन्दू कैलेंडर में भी 12 माह होते है इसका प्रथम माह चैत्र व अन्तिम माह फाल्गुन होता है। प्रत्येक माह में 15-15 दिन के दो पखवाड़े कृष्ण पक्ष व शुक्ल पक्ष होते है।
आओ जाने 12 महीनों के बारे में…..
चैत्र
हिन्दू कैलेंडर का ये पहला महीना अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार मार्च-अप्रैल महीने में आता है। उत्तरी भारत, मध्य भारत में चैत्र के पहले दिन से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत होती है। वही महाराष्ट्र में गुड़ी पड़वा, तमिलनाडु में चैत्री विशु और कर्नाटका एवं आंध्रप्रदेश में उगादी जैसे त्योहार मनाए जाते हैं।
बैसाख
चैत्र के बाद दुसरा माह बैसाख अप्रैल-मई महीने में आता है। पंजाब में इसी माह में महत्वपूर्ण पर्व बैसाखी काफी धूमधाम से मनाया जाता है। बैसाख की पूर्णिमा को बुद्ध का जन्म उत्सव (बुद्ध पूर्णिमा) के रूप में मनाते हैं।
ज्येष्ठ
हिन्दू कैलेंडर का ये तीसरा महीना मई-जून के आस पास आता है। इसी माह में दशमी के दिन गंगा दशहरा मनाते है। इसके अलावा जयेष्ठ माह की शुक्ल पक्ष एकादशी को निर्जला एकादशी मनाते है। इस महीने वट पूर्णिमा या वट सावित्री की व्रत पूजा होती है।
आषाढ़
आषाढ़ का महीना जून-जुलाई में पड़ने वाला चौथा माह होता है। अषाढ़ महीने की पूर्णिमा के दिन गुरु पूर्णिमा मनाई जाती है। इसके अलावा इसी महीने देव शयनी एकादशी भी आती है। तमिलनाडु में आदि अमावस्या का विशेष महत्व है।
श्रावण
श्रावण का महीना जुलाई-अगस्त में पड़ने वाला पांचवा व सबसे पवित्र महीना है। शिव आराधना की दृष्टि से यह सबसे पवित्र माह है। इस माह में पूर्णिमा के दिन भाई बहनो का पवित्र त्योहार रक्षाबंधन मनाया जाता है। जानकारी के लिए बता दे कि इस पूरे माह कावण यात्रा भी निकाली जाती है।
भाद्रपद
भाद्रपद छठवां महीना, अगस्त-सितम्बर महीने में आता है। इस महीने बाल गोपाल का जन्मोत्सव (जन्माष्टमी) मनाई जाती है। इसके अलावा हरितालिका तीज, गणेश चतुर्थी, ऋषि पंचमी, अष्टमी के दिन राधा अष्टमी और अनंत चतुर्दशी भी इसी महीने होती है। इसी महीने पितृ-पक्ष की भी शुरुआत होती हैं।
अश्विन
अश्विन सातवां महीना, सितम्बर-अक्टूबर महीने में आता है। इस महीने शारदीय नवरात्रि, दुर्गापूजा, कोजागिरी पूर्णिमा, विजयादशमी जैसे कई महत्वपूर्ण उत्सव मनाए जाते हैं।
कार्तिक
कार्तिक आठवां महीना, अक्टूबर-नवम्बर महीने में आता है। इस माह गोबर्धन पूजा, भाई दूज जैसे उत्सव कार्तिक पूर्णिमा व गुरु नानक जयंती भी मनाई जाती है। देव उठनी एकादशी से शुभ कार्यों की शुरुआत हो जाती है।
अगहन
अगहन नवां महीना, नवम्बर –दिसम्बर महीने में आता है। इस महीने वैकुण्ठ एकादशी मनाई जाती है। इसी माह में अन्नपूर्णा माता की पूजा भी की जाती है।
पौष
हिन्दू कैलेंडर का दसवां माह पौष, दिसम्बर-जनवरी माह में आता है। इस माह में सकठ चौथ जैसे व्रत भी रखे जाते हैं। इसके अलावा इस महीने लौहड़ी, पोंगल एवं मकर संक्राति जैसे कई महत्वपूर्ण त्यौहार मनाये जाते है।
माघ
ग्यारहवां महीना माघ, जनवरी-फरवरी महीने में आता है। इस महीने बसंत पंचमी, महा शिवरात्रि, रथ सप्तमी जैसे त्यौहार मनाये जाते है। उत्तरी भारत में माघ मेला एक बड़ा उत्सव भी बडी धूमधाम से मनाया जाता है।
फाल्गुन
फाल्गुन महीना हिन्दु कैलेंडर का अन्तिम माह होता है। ये माह अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार फरवरी- मार्च महीने में आता है। इस महीने रंगों का त्यौहार होली व शीतलाष्टमी को बड़ी धूमधाम से मनाते है।