बिस्कुट, ब्रेड और केक जैसे खाने का सामन बनाने वाली #ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज के प्रोडक्ट्स को देशभर में पसंद किया जाता है. लोगों के बीच में बिस्कुट से अपनी पहचान बनाने वाली कंपनी को उम्मीद है कि अगले 5 सालों में ‘चीज़’ के प्रोडक्शन के कारोबार में भी जोरदार बढ़त देखने को मिलेगी. कंपनी 5 सालों में अपने चीज़ के कारोबार को 1,250 करोड़ रुपये तक पहुंचा देगी.
अभी चीज़ कारोबार है 250 करोड़ का
कंपनी ने इस सप्ताह की शुरुआत में ‘चीज़’ बनाने वाली फ्रांसीसी कंपनी बेल के साथ एक ज्वाइंट वेंचर लगाने की घोषणा की थी. मौजूदा समय में कंपनी के ‘चीज़’ कारोबार से लगभग 250 करोड़ रुपये का कारोबार होता है.
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कंपनी के उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक वरुण बेरी ने एजेंसी से कहा कि पाम तेल की कीमतों में नरमी के साथ जिंसों की कीमतें नियंत्रण में आने की उम्मीद है. चीनी की कीमतें स्थिर हैं, हालांकि गेहूं की कीमतें बढ़ रही हैं. उन्होंने कहा कि कंपनी को घरेलू उपभोक्ताओं के जरिए अपने आने वाले ‘चीज़’ खंड में खपत वृद्धि की उम्मीद है और कंपनी अगले तीन वर्षों में 160 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बना रही है.
मशीनरी में कर चुके हैं 150 करोड़ का निवेश
बेरी ने कहा है कि हम संयंत्र और मशीनरी में पहले ही 150 करोड़ रुपये का निवेश कर चुके हैं. हम अगले तीन साल में करीब 160 करोड़ रुपये निवेश करने की सोच रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस समय में ‘चीज़’ बाजार बहुत छोटा है. उपभोक्ता पक्ष से लगभग 2,500 करोड़ रुपये और बी2बी (कंपनियों के बीच) बिक्री से 2,500 करोड़ रुपये का अनुमान है.
कंपनी ने इस इकाई का बदला नाम
ब्रिटानिया और बेल ने इस सप्ताह की शुरुआत में अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी #बीडीपीएल (ब्रिटानिया डेयरी प्राइवेट लिमिटेड) में हिस्सेदारी बेचकर 51:49 हिस्सेदारी के साथ संयुक्त उद्यम में प्रवेश करने की घोषणा की थी. इसके बाद इकाई का नाम बदलकर ब्रिटानिया बेल फूड्स कर दिया गया. संयुक्त उद्यम, महाराष्ट्र के रंजनगांव केन्द्र में ‘चीज़’ का उत्पादन करेगा. संयुक्त उद्यम की दूसरे मिलते-जुलते उत्पादों में भी कदम बढ़ाने की योजना है.