भारत में 21 दिन का लॉकडाउन चल रहा है और इस लॉकडाउन ने लोगों को घर में कैद करके रख दिया है. ज्यादातर कारोबार प्रभावित हैं और लोगों को घरों से काम (वर्क फ्रॉम होम) करने के लिए कहा जा रहा है. ऐसे मे लोग घरों से आपस में जुड़ने के लिए तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं. इस दौरान एक ऐप का लोग बड़ी संख्या में इस्तेमाल कर रहे हैं. इस ऐप में सबसे ख़ास बात यह है कि यह एक साथ 50 लोगों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग करवा सकता है.
वर्क फ्रॉम होम के दौरान कई कंपनियों के एम्प्लोयी मीटिंग्स के लिए इस ऐप का इस्तेमाल कर रहे हैं. Zoom App को गूगल प्लेस्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है. इस ऐप की डाउनलोडिंग में बीते दिनों बढ़ोतरी देखी गई है. अबतक इस ऐप को 200 मिलियन लोगों ने डाउनलोड किया है. एक रिपोर्ट के अनुसार इस ऐप पर गोपनीयता के उल्लंघन का आरोप भी लगा है. एक उपयोगकर्ताओं ने शिकायत की कि ऐप ने उनके ईमेल, उबर, स्पॉटिफ़, ऑनलाइन बैंकिंग और अन्य खातों पर हैक करने का प्रयास किया.
हालांकि विशेषज्ञों ने कहा कि इसका कोई सबूत नहीं था. ऐप कंपनी ने कहा कि यह साबित करने पर एक मिलियन डॉलर का इनाम घोषित किया जायेगा. कई शोधकर्ताओं ने पाया है कि ऐप की गोपनीयता नीति अपने उपयोगकर्ताओं को जोखिम में डालती है और इसमें यूरोपीय जनरल डेटा प्रोटेक्शन रेगुलेशन (GPRPR) के उल्लंघन में हो सकता है.
एक अन्य विशेषज्ञ ने कहा कि ऐप की गोपनीयता नीति कहती है कि उपयोगकर्ता अपने डेटा को हटाने के लिए कह सकते हैं, फिर भी कंपनी बैकअप प्रतियां अपने रिकॉर्ड के लिए रख सकती है. ज़ूम के मामले में एक विश्लेषण में यह भी सामने आया है कि ऐप सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट फेसबुक को डेटा भेजता है, भले ही उपयोगकर्ता के पास इसका कोई खाता न हो.
विश्लेषण में पाया गया कि जब कोई उपयोगकर्ता ज़ूम खोलता है, तो ऐप अपने यूजर्स के डिवाइस की की डिटेल साझा करता है. जिसमें वे कहां रहते हैं. डिवाइस मॉडल आदि शामिल हैं. दुनिया भर में सरकारों द्वारा लगाए गए लॉक डाउन के कारण जूम और हाउसपार्टी को बड़ी संख्या में यूजर्स मिले हैं.