लखनऊ। राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल ने राजभवन में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ के नैक ग्रेडिंग हेतु तैयार प्रस्तुतिकरण की समीक्षा की। इस अवसर पर उच्च शिक्षा, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय प्रमुख सचिव राज्यपाल, कल्पना अवस्थी, विशेष कार्याधिकारी शिक्षा पंकज जॉनी, प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा सुधीर महादेव बोबड़े भी उपस्थित थे।
राज्यपाल ने विविध बिन्दुओं पर विभिन्न सुझावों के साथ प्रस्तुतिकरण में विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित रक्तदान शिविरों, टीवी मरीजों को गोद लेने और उनमें से टीवी मुक्त हुए मरीजों का विवरण, आंगनबाड़ियों को सहयोग, छात्रावासों की आधुनिक सुविधाएं, नैक मंथन, राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय उच्च स्तर प्राप्त विश्वविद्यालय की व्यवस्थाओं का अवलोकन-भ्रमण, नैक ग्रेड हेतु तैयारियों के लिए स्थापित “उपक्रम” में प्रतिभागिता जैसे विविध बिन्दुओं को जोड़ने का निर्देश दिया।
उन्होंने कहा कि सभी सदस्य आपसी सहयोग और विद्यार्थियों की सहभागिता से प्रतिबद्धता के साथ नैक में उच्चतम श्रेणी प्राप्त करने के लिए कार्य करें। उन्होंने सामान्य चर्चा में ई-पुस्तकालय की विशेषताओं तथा विश्वविद्यालय परिसर में वर्षाजल संचयन से बढ़े भूजल स्तर को उपलब्धि के तौर पर एसएसआर में दर्शाने को कहा।
उन्होंने संलग्न फोटो और वीडियो में विविधिता बढ़ाने के निर्देश के साथ प्रतिभागियों से युक्त गतिविधि वाले फोटो और वीडियो संलग्न करने पर विशेष जोर दिया। कमेटी के सभी सदस्य और विश्वविद्यालय के सभी विभागाध्यक्ष अपना ऑन लाइन प्रस्तुतिकरण करने में स्वयं सक्षम बनें। उन्होंने कहा कि कमेटी सदस्य अपना प्रस्तुतिकरण स्वयं की जिम्मेदारी के साथ बनाएं। उपलब्ध कराया गया डाटा स्वयं से चेक भी करें।