मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पारदर्शी चयन प्रक्रिया सुनिश्चित की थी। उसके सकारात्मक परिणाम मिल रहे है। यह पहला अवसर है जब किसी मुख्यमंत्री ने पीसीएस चयनित अधिकारियों को नियुक्ति पत्र सौपे। वस्तुतः यह विवाद रहित पारदर्शी प्रक्रिया के कारण ही संभव हुआ। यह अपने में व्यवस्था सुधार का बड़ा सन्देश है। योगी आदित्यनाथ ने सभी चयनित अधिकारियों से निष्पक्षता व ईमानदारी से कर्तव्य निर्वाह का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि अच्छे अधिकारियों के समर्थन में पब्लिक आती है। अतः चयनित उपजिलाधिकारी स्वयं तय करें कि वे किस श्रेणी में आना चाहेंगे। उन्हें न्यायप्रिय बन कर असेवितों की सेवा की जा सके। अधिकारियों की भावना शासकीय दायित्व मेरा राष्ट्रधर्म और कर्तव्य है।
कार्यपद्धति में संकीर्णता नहीं होनी चाहिए। राष्ट्र और प्रदेश को सर्वोपरि रखना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकारियों का दृढ़संकल्प और उनका अच्छा कार्य उत्तर प्रदेश को विकास के पथ पर आगे बढ़ाने में योगदान दें। प्रदेश शीघ्र ही विकसित प्रदेश बनकर उभरेगा और देश का अग्रणी राज्य होगा। राज्य सरकार निरन्तर प्रदेश की जनता का हित करने के लिए कार्य कर रही है।
वरासत अभियान
मुख्यमंत्री ने कहा कि करीब नब्बे प्रतिशत जनसमस्याएं राजस्व से जुड़ी होती हैं। यदि राजस्वकर्मी अधिकारी इन पीड़ितों की शिकायतों का समाधान शुरू में ही कर दें,तो उन्हें भटकना नहीं पड़ेगा। राजस्व सम्बन्धी समस्याओं का समाधान तहसील दिवस में सुनिश्चित किया जाए। राजस्व सम्बन्धी समस्याओं को सुलझाने के उद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा वरासत अभियान संचालित किया गया है। इसमें आठ लाख से अधिक मामले दर्ज किए गए, जिनका निस्तारण किया गया। तहसील में जनता से जुड़ी समस्याओं के निस्तारण के लिए विशेष कैम्प व अभियान चलाए जा सकते हैं।
नई कार्य संस्कृति
ईज ऑफ डुइंग बिजनेस में आज उत्तर प्रदेश देश में दूसरे स्थान पर है। उप मुख्यमंत्री डॉ.दिनेश शर्मा ने कहा कि चयनित अधिकारी अपने जीवन के नए मुकाम पर पहुंच रहे हैं। इन्होंने अपने शैक्षिक जीवन में अथक परिश्रम कर यह लक्ष्य प्राप्त किया है। यदि अपने संकल्पों को पूरा करके सफल अधिकारी बना जा सकता है।
जिन लोगों में अनवरत सीखने की प्रवृत्ति होती है,वह सफल होते हैं। उन्होंने कहा कि यह अधिकारी प्रशिक्षण के लिए जाएंगे। इनके लिए प्रशिक्षण अत्यन्त आवश्यक है। अधिकारियों को जनसेवा पर पूरा फोकस करना चाहिए, क्योंकि यह अत्यन्त महत्वपूर्ण है। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश में एक नई कार्य संस्कृति विकसित हो रही है। अधिकारियों को इस संस्कृति में स्वयं को ढालकर सरकार की अपेक्षाओं के अनुरूप कार्य करना चाहिए।