हम सभी की चाहत होती है हमारे बाल लंबे, सुंदर और घने हों। अच्छे बाल हमारे व्यक्तित्व का खास पहलू हैं, जिनकी वजह से हमारा आत्मविश्वास और गहरा होता है। यही कारण है कि इन बालों का ख्याल रखने के लिए हर मुमकिन कोशिश के साथ बरसों से चली आ रही भ्रातियों पर भी विश्वास करने लगते हैं। जैसे कि बालों को बार बार कटवाते रहें ताकि बालों का सही विकास हो, बालों में डैंड्रफ है तो तेल लगाओ और तनाव की वजह से ही बाल सफेद होते हैं। मगर देखा जाए तो बालों की सेहत से इनका कोई सीधा ताल्लुक नहीं है। यह सिर्फ पीढ़ी दर पीढ़ी माने जानी वाली भ्रांतियां है, जिन्हें हर कोई आंख मूंद कर मानता आया है।
आज बोल्डस्काई पर हम बालों से जुड़े कुछ भ्रम दूर करने की कोशिश कर रहे हैं।हम सभी की चाहत होती है हमारे बाल लंबे, सुंदर और घने हों। अच्छे बाल हमारे व्यक्तित्व का खास पहलू हैं, जिनकी वजह से हमारा आत्मविश्वास और गहरा होता है। यही कारण है कि इन बालों का ख्याल रखने के लिए हर मुमकिन कोशिश के साथ बरसों से चली आ रही भ्रातियों पर भी विश्वास करने लगते हैं। जैसे कि बालों को बार बार कटवाते रहें ताकि बालों का सही विकास हो, बालों में डैंड्रफ है तो तेल लगाओ और तनाव की वजह से ही बाल सफेद होते हैं। मगर देखा जाए तो बालों की सेहत से इनका कोई सीधा ताल्लुक नहीं है।
यह सिर्फ पीढ़ी दर पीढ़ी माने जानी वाली भ्रांतियां है, जिन्हें हर कोई आंख मूंद कर मानता आया है। आज बोल्डस्काई पर हम बालों से जुड़े कुछ भ्रम दूर करने की कोशिश कर रहे हैं।बालों से जुड़ा एक सबसे बड़ा भ्रम यह है कि बालों में रोज शैम्पू लगाना चाहिए हालांकि ऐसा करने से बचना चाहिए। शैम्पू में बहुत से केमिकल होते हैं जो स्कैल्प और बालों दोनों के लिए हानिकारक है। इन केमिकल्स से हमारे बालों व स्कैल्प का प्राकृतिक तेल निकल जाता है और बाल रूखे होने लगते हैं इसलिए हफ्ते में दो से तीन बार ही शैम्पू करने सलाह दी जाती है।शैम्पू का मुख्य काम है हमारी स्कैल्प को साफ करना। बालों में जमने वाली गंदगी सिर्फ स्कैल्प पर ही जमा होती है ना कि लम्बे बालों में।