यहां के मुकेश कचौरी वाले की दुकान पर प्रातः काल से शाम तक ग्राहकों की लाइन लगी रहती है. लेकिन, वैसे वह एक नयी वजह से चर्चा में है. मुकेश को कर विभाग का नोटिस मिला है. क्योंकि, उसकी सालाना कमाई 60 लाख रुपए से 1 करोड़ रुपए के बीच आंकी गई है. मुकेश ने ना तो GST के तहत रजिस्ट्रेशन करवा रखा है व ना ही वह कर भरता है. 12 वर्ष से दुकान चला रहे मुकेश को पहली बार कर का नोटिस मिला है.
- मुकेश पिछले कई वर्ष से कचौरी-समोसे बेच रहा है, लेकिन हाल ही में किसी ने कमर्शियल कर डिपार्टमेंट से शिकायत कर दी थी. उसके बाद कर इंस्पेक्टर्स की टीम ने पास की दुकान पर बैठकर मुकेश की बिक्री पर नजर रखनाशुरू कर दिया.
- मामले की जाँच कर रहे स्टेट इंटेलीजेंस ब्यूरो (एसआईबी) के मेम्बर ने बोला कि मुकेश ने इच्छापूर्वक आय व सभी खर्चों का ब्यौरा दे दिया. उसे GST के तहत रजिस्ट्रेशन करवाना पड़ेगा व एक वर्ष का कर भी चुकाना पड़ेगा. 40 लाख रुपए या ज्यादा के टर्नओवर वालों के लिए GST रजिस्ट्रेशन करवाना महत्वपूर्ण है. तैयार खाने पर 5% कर लगता है.
- मुकेश का बोलना है कि उसे नियमों की जानकारी नहीं थी. वह 12 वर्ष से दुकान चला रहा है, लेकिन कभी किसी ने कर से जुड़ी औपचारिकताओं के बारे में नहीं बताया. उसका बोलना है कि हम साधारण लोग हैं व जीवन-यापन के लिए कचौरी व समोसे बेचते हैं.