बिटक्वाइन की तरह ही फेसबुक अब पेमेंट के लिए क्रिप्टोकरेंसी को लाने की तैयारी में है। इसके लिए फेसबुक एक खास पेमेंट सिस्टम डेवेलप कर सकता है। इस करेंसी के अगले वर्षलॉन्च होने की आसार बताई जा रही है। फेसबुक आज इससे पर्दा उठा सकता है। माना जा रहा है कि यह बहुत ज्यादा स्थिर डिजिटल करेंसी होगी। इसके बारे में पूरी जानकारी तो बाद में ही मिलेगी लेकिन रिपोर्ट के मुताबिक पहले इसे ‘ग्लोबल क्वाइन’ बोला जा रहा था पर वैसे इसे ‘लिब्रा’ बोला जा रहा है। वॉल स्ट्रीट जर्नल के अनुसार इसका कोडनेम लिब्रा है। रिपोर्ट्स की मानें तो वीजा, मास्टरकार्ड, पेपाल व ऊबर जैसी पंजीकृत नों कंपनियां फेसबुक के इस डिजिटल करंसी प्रोजेक्ट से जुड़ रही हैं।
हालांकि, इससे पहले डेटा प्रिवेसी व फेक न्यूज की समस्या जिस तरह से फेसबुक के साथ देखने को मिली है उसे देखते हुए अब फेसबुक को कस्टमर्स व यूज़र्स में विश्वास जमाने पर बहुत ज्यादा कार्य करना होगा। इसके लिए डॉलर व यूरो जैसी कई करंसी की स्थान एक डिजिटल सिस्टम तैयार करने पर टीम कार्य कर रही है। मार्क ज़करबर्ग ने इससे पहले कंपनी के इस प्रॉजेक्ट के बारे में बोला था कि ब्लॉकचेन टेक्नॉलजी थर्ड-पार्टी ऐप्स के साथ यूजर्स का एक्सपीरियंस बेहतर बनाएगा।
रेग्युलेटरी अथॉरिटीज की ओर से फेसबुक के प्रोजेक्ट को हरी झंडी मिलने के बाद कंपनी इस पर तेजी से कार्य कर रही है। हालांकि, कई रेग्युलेटर्स ने इसके अपराधियों द्वारा गलत प्रयोग किए जाने की आसार व कस्टमर्स को नुकसान पहुंचने को लेकर चिंता जताई है। वैसे वॉट्सऐप, इंस्टाग्राम व अपनी साइट पर ग्लोबली बड़े यूजरबेस को डिजिटल करंसी से जोड़ने के लिए फेसबुक भी हर तरह के ज़रूरी व सुरक्षात्मक कदम उठा रहा है। माना जा रहा है कि क्रिप्टोकरंसी आने के बाद औनलाइन मर्चेंट्स व शॉपिंग प्लैटफॉर्म्स पर भी सीधे फेसबुक क्रिप्टोकरंसी की मदद से खरीददारी संभव हो सकती है।