रात का वक्त घर के चारों ओर सन्नाटा व बुजुर्ग जोड़ा अकेला। दूर-दूर तक चीख पुकार भी सुनने वाला कोई नहीं। इन्हीं बातों का लाभ उठाकर डकैतों ने उन पर हमला कर दिया। आपको क्या लगता है इस लड़ाई में क्या डकैतों को जीत मिल गई हो?
ज्यादा सोचिए मत बुजुर्ग दंपत्ति ने मिलकर डकैतों का सामना किया व उन्हें दुम-दबाकर भागना पड़ा। यह घटना हिंदुस्तान के तमिलनाडु के तिरुनेलवी की है। ओर से बहादुर बुजुर्ग जोड़े का वीडियो जारी किया गया है। इस वीडियो में आप देख सकते हैं कि रात के अंधेरे में डकैत कैसे बुजुर्ग को अकेला पाकर घर में घुसते हैं। वीडियो में आप देख सकते हैं कि बुजुर्ग शख्स अपने घर के बरामदे में बैठे थे। उन्हें पता ही नहीं चला कि कब पीछे की तरफ से हाथ में गंडासा लिए दो डकैतों ने हमला कर दिया। एक डकैत ने उनके गले में कपड़ा डालकर उन्हें पीछें खींचा। उनका दम घोंटने की प्रयास की व खुद को आजाद करवा लिया।
बुजुर्ग की आवाज सुनकर उनकी पत्नी भी घर से बाहर आ गई व बड़ी ही फुर्ती से चप्पल, जूता, कुर्सी, जो हाथ में आया वही फेंककर डकैतों को भगाने की प्रयास में लग गईं। एक पल तो ऐसा हुआ कि शानमुगावेल ने प्लास्टिक की कुर्सी फेंककर डकैतों को मारा। कुर्सी टूट गई।
आखिरकार दोनों पति-पत्नी की हौसला ने डकैतों को भागने पर विवश कर दिया। बिल्कुल जिसको सिर पर पैर रखकर भागना कहते हैं, वैसे ही।