रायबरेली। गाँव बेहरामऊ में आबादी की जमीन पर खड़े एक यूकेलिप्टस के पेड़ के लिए दो सगे भाइयों में महाभारत हो गयी। इस विवाद के चलते जमकर हुए खूनी संघर्ष में एक अधेड़ की मौत हो गयी है जबकि दोनों पक्षों से कुल 11 लोग घायल हो गए है।
बेहरामऊ : इलाज के दौरान राम स्वरूप की मौत
मामला ऊंचाहार कोतवाली क्षेत्र के गाँव बेहरामऊ का है। गाँव की आबादी की जमीन पर खड़े यूकेलिप्टस के एक पेड़ पर दो सगे भाई राम स्वरूप व राम सजीवन अपना अपना दावा कर रहे थे। मंगलवार को राम स्वरूप इस पेड़ को काटने गए तो दूसरा पक्ष सामने आ गया और दोनों पक्ष आपस मे भिड़ गए। इस मारपीट में दोनों पक्ष से महिलाए भी शामिल हो गयी। दोनों ओर से एक दूसरे पर लाठी डंडों से जमकर प्रहार किया गया जिसमे एक पक्ष से राम स्वरूप (55) पुत्र अल्लु, समरजीत, सुजीत, मालती,धनपत, रामकेश, तारावती और उनकी रिस्तेदार केशकली घायल हो गयी। जबकि दूसरे पक्ष से राम सजीवन, रूपा देवी, उनकी बेटी रीता और पुत्र विजय बहादुर घायल हुए है। सभी घायलो को सीएचसी लाया गया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद राम स्वरूप, रामकेश और समरजीत व सुजीत को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।
जिला अस्पताल मे इलाज के दौरान राम स्वरूप की मौत हो गयी है जिसके बाद हड़कंप मच गया। पुलिस ने राम स्वरूप की पत्नी तारावती की तहरीर पर राम सजीवन, विजय बहादुर, रीता और रूपा के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने के बाद रामसजीवन और रूपा को गिरफ्तार कर लिया है। कोतवाल धनंजय सिंह ने बताया कि मामले मे मुकदमा दर्ज करके दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
जिस पेड़ के लिए गयी जान, वह पेड़ किसी और का था
यूकेलिप्टस के जिस पेड़ के लिए बड़े भाई के हाथो छोटे भाई राम स्वरूप की मौत हो गयी है, वास्तव मे वह पेड़ दोनों भाइयो मे किसी का नहीं है। जिस स्थान पर पेड़ खड़ा है, वह जमीन पहले गाँव के रज्जन लाल के कब्जे मे थी। रज्जन लाल ने उमरन बाजार मे मकान बना लिया और वहीं रहने लगे तो अपने घर के आबादी की जमीन को राम स्वरूप के हाथ बेच दिया। उस जमीन पर यूकेलिप्टस के कई पेड़ खड़े थे जिसे रज्जन लाल ने बेंच दिया था और जमीन पर राम स्वरूप का कब्जा हो गया था। बाद मे इस जमीन पर यूकेलिप्टस का एक और पेड़ उग आया। अब वह पेड़ बड़ा हो गया है। इसी पेड़ के स्वामित्व को लेकर दो भाइयो मे इस कदर दुश्मनी बढ़ गयी थी। अपने ही हाथ से भाई ने भाई का कत्ल कर दिया है।