मंगलवार को तमाम ऑटो कंपनियों के शेयरों में जोरदार गिरावट (Auto Firms Share Fall) देखने को मिली. टाटा मोटर्स से लेकर महिंद्रा एंड महिंद्रा तक को तगड़ा नुकसान हुआ. इसके पीछे की वजह एक बयान रहा, जो कि केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिम गडकरी (Nitin Gadkari) की ओर से दिया गया और इसमें डीजल इंजन वाली गाड़ियों पर 10 फीसदी का एक्स्ट्रा जीएसटी लगाने की बात कही गई. हालांकि, नितिम गडकरी ने बाद में साफ कर दिया कि फिलहाल सरकार के पास ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं है, लेकिन इस दौरान ऑटो कंपनियों के शेयरों में सुनामी सी आ गई.
सियाम के सम्मेलन में दिया था बयान
सबसे पहले बात करते हैं केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी द्वारा दिए गए बयान की, तो पीटीआई के मुताबिक, उन्होंने SIYAM (सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चर्स) के 63वें वार्षिक सम्मेलन में डीजल गाड़ियों पर एक्सट्रा 10 प्रतिशत जीएसटी लगाने की बात कही. उन्होंने संबोधित करते हुए कहा था कि प्रदूषण एक गंभीर मुद्दा है और यह स्वास्थ्य के लिए भी खतरा पैदा कर रहा है. मैं आज शाम वित्त मंत्री से मिलूंगा और उनसे अनुरोध करूंगा कि आने वाले समय में डीजल वाहनों पर अतिरिक्त 10 फीसदी जीएसटी लगाया जाए. बस नितिन गडकरी के इस बयान के बाद Tata Motors से लेकर Mahindra And Mahindra तक के शेयर भरभराकर टूटने लगे.