● प्रसव पूर्व जांच के साथ मिला चिकित्सकों का परामर्श
सुलतानपुर। हर माह की 9 तारीख को जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों और जिला चिकित्सालयों पर प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के अन्तर्गत कार्यक्रम आयोजित किये जाते है। कार्यक्रम के अन्तर्गत बुधवार को आयोजित प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस में जिले की 1607 गर्भवती महिलाओं को सेवाएं दी गई। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. धर्मेन्द्र कुमार त्रिपाठी ने बताया कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य यह है कि प्रसव से पूर्व ही गर्भवती महिलाओं में उच्च जोख़िम गर्भावस्था (एच.आर.पी.) का पता लगाया जा सके।
एच.आर.पी. गर्भवती का पता चल जाने पर उसे विशेष देखभाल, स्वास्थ्य सेवा और उचित परामर्श दिया जाता है, ताकि माँ और होने वाला बच्चा दोनों ही सुरक्षित और स्वास्थ्य रह सकें। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम के दौरान गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांचे जैसे हीमोग्लोबिन, शुगर, यूरीन, ब्लड ग्रुप, एच.आई.वी., सिफलिस, वजन, ब्लडप्रेशर, अल्ट्रासाउंड एवं अन्य जांच और परामर्श सेवाएं निःशुल्क प्रदान की गई। इसके साथ ही टिटनेस का टीका, आयरन, कैल्शियम एवं आवश्यक दवाएं भी मुफ्त में प्रदान की गयीं।
डॉ. त्रिपाठी ने बताया कि बुद्दवार को आयोजित कार्यक्रम में कुल 1607 गर्भवती महिलाओं की जांच की गई। इसमें 64 एच.आर.पी. गर्भवती चिन्हित की गई हैं। सभी चिन्हित गर्भवतियों को चिकित्सकों द्वारा विशेष उपचार और आवश्यक परामर्श दिया गया है। सभी गर्भवती महिलाओं को पोषण, स्वच्छता, विशेष देखभाल और सुरक्षित एवं संस्थागत प्रसव के लिए प्रोत्साहित किया गया है।
जिला जिला मातृत्व स्वास्थ्य परामर्शदाता सुजीत मौर्य ने बताया कि दूसरी और तीसरी तिमाही में गर्भवती की विशेष देखभाल की आवश्यकता होती है क्योंकि इस समय बच्चे का विकास उच्च स्तर पर होता है। यदि इस समय गर्भवती को उचित स्वास्थ्य सेवा व परामर्श के साथ ही परिवार का सहयोग और देखभाल मिले तो जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ रहते हैं। इसके लिए आवश्यक है कि परिवार गर्भवती महिला का विशेष ध्यान रखे और उसे पोषण युक्त आहार दे व समय-समय पर स्वास्थ्य जांच करायें।
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अखण्ड नगर पर जांच करवारने पहुँची गर्भवती मीना ने बताया कि महिला चिकित्सक द्वारा उनकी जाँच की गई और देखभाल के लिए भी बताया गया। गर्भवती गुड़िया ने बताया कि उनकी पेट की जांच, वज़न, खून और बी.पी. की जांच की गई जिसके लिए उन्हें कोई पैसा नहीं देना पड़ा, डॉक्टर दीदी ने उन्हें अच्छा खाना खाने, आराम करने और नियमित रूप से जांच करने के लिए भी बताया
रिपोर्ट-शिव प्रताप सिंह सेंगर