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इम्यूनिटी बूस्ट करने के 8 नेचुरल तरीके, लाइफस्टाइल में करें ये बदलाव

किसी भी तरह की बीमारी से लड़ने के लिए इम्यूनिटी का मजबूत होना बहुत जरूरी है. इम्यूनिटी को बढ़ाने के लिए डाइट और लाइफस्टाइल दोनों सही होनी चाहिए. आइए जानते हैं कि बाडी में नेचुरल तरीके से इम्यूनिटी को कैसे मजबूत किया जा सकता है.

पूरी नींद लेना– नींद और इम्यूनिटी का बहुत गहरा नाता है. पर्याप्त या अच्छी नींद ना लेने से कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं. एक स्टडी के मुताबिक जो लोग 6 घंटे से भी कम की नींद लेते हैं उन्हें सर्दी-जुकाम होने की संभावना ज्यादा होती है. सेहतमंद रहने के लिए कम से कम 8 घंटे की नींद जरूर लें. पूरी नींद लेने से शरीर में नेचुरल तरीके से इम्यूनिटी बढ़ती है. जब आप बीमार होते हैं तो आराम करने से इम्यून सिस्टम बीमारी से बेहतर तरीके से लड़ पाता है. अगर आपको जल्दी नींद नहीं आती है तो सोने से एक घंटे पहले फोन, टीवी या कंप्यूटर देखना बंद कर दें.

प्लांट फूड्स ज्यादा खाना- फल, सब्जियां, नट, मेवे, और फलियां पोषक तत्वों और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती हैं. ये शरीर में फ्री रेडिकल्स से लड़ते हैं जिससे कोशिकाएं सुरक्षित रहती हैं. प्लांट फूड्स में पाए जाने वाले फाइबर आंत में अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ाते हैं. इससे इम्यूनिटी बढ़ती है और हानिकारक जीवाणु पाचन तंत्र के जरिए शरीर में प्रवेश नहीं कर पाते हैं. इनमें पाया जाने वाला विटामिन C आम सर्दी जुकाम को जल्दी ठीक कर देता है.

शुगर को करें कंट्रोल– स्टडीज से पता चलता है कि एडेड शुगर और रिफाइंड कार्ब्स मोटापा बढ़ाते हैं. मोटापा कई बीमारियों की जड़ होता है. वजन बढ़ने के साथ ही दिल की बीमारियों और डायबिटीज होने का खतरा बढ़ जाता है. ये दोनों ही चीजें इम्यूनिटी को कमजोर कर देती हैं. शुगर कंट्रोल करने से आपका वजन भी कंट्रोल में रहेगा और आपकी इम्यूनिटी अपने आप बढ़ने लगेगी. दिन भर में 2 चम्मच (25 ग्राम) से ज्यादा चीनी का सेवन ना करें.

हाइड्रेटेड रहें- शरीर को पूरी तरह से स्वस्थ रखने के लिए हाइड्रेटेड रहना जरूरी है. पानी की कमी का असर पाचन तंत्र, दिल और किडनी की कार्यक्षमता पर भी पड़ता है. इसकी वजह से बीमार पड़ने का खतरा बढ़ जाता है. इससे बचने के लिए लिक्विड डाइट बढ़ाएं. बाजार वाले जूस और ज्यादा चीनी वाली चाय पीने से बचें. अच्छा होगा कि आप खूब पानी पिएं. इससे आपका शरीर अंदर से साफ रहेगा और बीमारियों का खतरा कम होगा.

हल्की-फुल्की एक्सरसाइज करें– भारी-भरकम एक्सरसाइज इम्यून सिस्टम पर दबाव डालती है जबकि हल्की-फुल्की एक्सरसाइज इम्यूनिटी बढ़ाने का काम करती है. इसे नियमित रूप से करने से इंफ्लेमेशन कम होता है और इम्यून सेल्स में सुधार होता है. ब्रिस्क वॉकिंग, साइकिल चलाना, जॉगिंग, स्विमिंग और टहलने से इम्यूनिटी बेहतर होती है.

तनाव ना लें– तनाव और दबाव का असर भी इम्यूनिटी पर पड़ता है. लंबे समय तक तनाव में रहने से इम्यून सेल की कार्यक्षमता प्रभावित होती है. इसकी वजह से इंफ्लेमेशन बढ़ता है. तनाव को दूर करने के लिए मेडिटेशन, योग और एक्सरसाइज करें. किताबें पढ़ें और अपने आपको किसी ना किसी काम में व्यस्त रखें.

हेल्दी फैट का सेवन– ऑलिव ऑयल और सैल्मन में पाए जाने वाले हेल्दी फैट शरीर के इम्यून रिस्पॉन्स को बढ़ाते हैं. ऑलिव ऑयल में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होता है जो दिल और टाइप 2 डायबिटीज जैसी बीमारियों का खतरा कम करता है. इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण शरीर में बैक्टीरिया और वायरस से लड़ने में मदद करते हैं. चिया सीड्स और सैल्मन फिश में पाया जाने वाला ओमेगा- 3 फैटी एसिड इंफ्लेमेशन कम करता है.

सावधानी से करें सप्लीमेंट्स का चुनाव– अगर आप अपनी इम्यूनिटी को लेकर सप्लीमेंट्स के भरोसे हैं तो संभल जाएं. अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के मुताबिक इस बात के कोई सबूत नहीं है कि कोई भी सप्लीमेंट कोरोना वायरस से बचा सकता है या उसका इलाज कर सकता है. हालांकि कुछ स्टडीज के मुताबिक विटामिन C, D और जिंक सप्लीमेंट्स शरीर के इम्यून रिस्पॉन्स को मजबूत बनाते हैं.

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