मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पंजीकृत श्रमिकों के बच्चों के अलावा अनाथ बच्चों को शिक्षित करने हेतु व्यापक कार्य योजना बनाई थी। इस पर क्रियान्वयन चल रहा है। आगामी सत्र से ऐसे बच्चों की शिक्षा शुरू हो जाएगी। इसके दृष्टिगत अटल आवासीय विद्यालय योजना के तहत चरणबद्ध ढंग से कार्य चल रहा है। योगी ने अधिकारियों को विद्यालयों का निर्माण समय से पूरा करने के निर्देश दिए,जिससे आगामी सत्र में इन विद्यालयों में आरम्भिक कक्षाओं का संचालन किया जा सके। प्रदेश के सभी अठारह मण्डलों में अटल आवासीय विद्यालय स्थापित किए जा रहे हैं।
यह विद्यालय नवोदय विद्यालयों की तर्ज पर संचालित किए जाएंगे। इन आवासीय विद्यालयों में पंजीकृत श्रमिकों के बच्चों सहित निराश्रित और अनाथ बच्चों को निःशुल्क शिक्षा,आवास भोजन आदि की सुविधाएं उपलब्ध करायी जाएंगी। बच्चों को उनकी रुचि के अनुरूप शिक्षित कर स्वावलम्बी एवं योग्य नागरिक बनाया जाएगा। योगी आदित्यनाथ शिक्षण के साथ ही राष्ट्रीय गौरव के जागरण भी आवश्यक मानते है। शिक्षण संस्थान से संबंधित कार्यक्रमों में वह इसका सन्देश भी देते है। पिछले दिनों लखनऊ सैनिक स्कूल में के हीरक जयंती समारोह में भी उन्होंने इस पर जोर दिया था।
अटल आवासीय विद्यालयों और छात्रावास के भवनों का आर्किटेक्चर भी इसी के अनुरूप होगा। योगी ने कहा कि इनका निर्माण भारतीय दर्शन व संस्कृति के अनुरूप होना चाहिए। इनमें अटल जी एवं अन्य महापुरुषों के व्यक्तित्व एवं कृतित्व की झलक भी दिखायी देनी चाहिए। इसकी शैली उत्कृष्ट और जीवन्त होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इसके निर्माण में आधुनिक तकनीक,डिजाइन और सुविधाओं का समावेश किया जाए। विद्यालय भवन में श्रमिकों के बच्चों एवं अनाथ बच्चों की आवश्यकताओं के अनुरूप व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएंगी।
जिससे बच्चों की योग्यता, क्षमता और कौशल का मूल्यांकन करते हुए उनकी रुचि के अनुसार शिक्षा दी जा सके। अटल आवासीय विद्यालयों के भवन का वास्तु भारतीयता और यहां की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक बने। इसके अन्तर्गत निर्मित किए जाने वाले विभिन्न ब्लाॅकों का नामकरण भी भारतीय संस्कृति के अनुरूप होने चाहिए।