उत्तर प्रदेश में वर्तमान सरकार के गठन से पहले सत्रह मेडिकल कॉलेज थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस संख्या को बढ़ाने पर ध्यान दिया। इसका सकारात्मक परिणाम दिखाई दे रहा है। इस समय उनतीस मेडिकल कार्यो का निर्माण चल रहा है। कई में प्रवेश व ओपीडी प्रक्रिया भी प्रगति पर है। इस क्रम में योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के तेरह जनपदों में स्वीकृत मेडिकल काॅलेजों का निर्माण कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए है।
अगले महीने से इन पर कार्य शुरू हो जाएगा। इसके लिए समयबद्ध ढंग से कार्यवाही की जाएगी। सुलतानपुर,चन्दौली, बुलन्दशहर,पीलीभीत, औरैया,बिजनौर, कानपुर देहात, कुशीनगर,गोण्डा, कौशाम्बी,सोनभद्र, ललितपुर व लखीमपुर खीरी में स्वीकृत किए गए हैं। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सभी निर्माण कार्यों के प्रारम्भ के साथ ही उनके पूर्ण होने की तिथि भी निर्धारित होनी चाहिए।
प्रथम वर्ष के छात्रों के लिए आवश्यक आधारभूत संरचना प्राथमिकता पर तैयार कर मेडिकल काॅलेजों को शुरू करने के उद्देश्य से कार्य किया जाएगा। उन्होंने राज्य आयुष विश्वविद्यालय तथा पशु चिकित्सा विज्ञान महाविद्यालय का निर्माण प्रारम्भ करने के लिए तेजी से कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राज्य आयुष विश्वविद्यालय गोरखपुर का शिलान्यास 25 जनवरी, 2021 से पूर्व कराकर निर्माण कार्य प्रारम्भ कराया जाए।
राज्य आयुष विश्वविद्यालय के अन्तर्गत प्रथम चरण में एफिलिएशन से सम्बन्धित प्रशासनिक भवन एवं आयुर्वेद,योग, नैचुरोपैथी से सम्बन्धित कार्य कराए जाएं। द्वितीय चरण में यूनानी एवं होम्योपैथी से सम्बन्धित कार्य सम्पन्न किए जाएं।