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कार्य सिद्धि के लिए दिन के अनुसार लगाएं तिलक, मिलेगा शुभलाभ

सनातन धर्म में तिलक धारण करने का बड़ा महत्व है। तिलक मस्तक, कंठ, भुजाओं, हृदय और नाभि पर लगाने का नियम है, लेकिन अन्य अंगों पर भले ही न लगाएं पर मस्तक के मध्य में अवश्य लगाना चाहिए। दिन के अनुसार तिलक लगाने का भी अपना महत्व है। आप जिस दिन किसी कार्य की सिद्धि या सफलता के लिए जाएं तो दिन के अनुसार बताए गए पदार्थो से तिलक लगाएं।

सोमवार : यह भगवान शिव का दिन होता है। सोमवार का स्वामी ग्रह चंद्रमा है। चंद्रमा मनसो जात:, अर्थात् चंद्रमा मन का कारक ग्रह होता है। यह मन की भावनाएं, आवेग, उद्वेग आदि को नियंत्रित करता है। यदि आपका मन बार-बार विचलित होता है, आप आवश्यकता से अधिक भावुक हैं तो आपको मन-मस्तिष्क के संतुलन और नियंत्रण के लिए सोमवार के दिन सफेद चंदन का तिलक लगाना चाहिए। यह शिव का दिन है इसलिए इस दिन भस्म या विभूति भी लगाई जा सकती है। ऐसा करने से आपके सारे कार्य सिद्ध होंगे।

मंगलवार : मंगलवार भगवान श्री हनुमानजी का दिन है और इस दिन का स्वामी ग्रह है मंगल। मंगल को भाग्य का देवता भी कहा गया है। इस दिन सर्वत्र कार्यसिद्धि के लिए लाल चंदन या चमेली के तेल में घुला सिंदूर लगाना चाहिए। इससे आप पूरे दिन ऊर्जावान और आत्मविश्वास से भरपूर रहेंगे। मंगलवार के दिन लाल चंदन का तिलक लगाने से आर्थिक संकट भी दूर होता है और कर्ज मुक्ति का मार्ग प्रशस्त होता है। ऐसा करने से क्रोध पर नियंत्रण होता है और आप जो भी कार्य करते हैं उसमें सिद्धि होती है।

बुधवार : यह विघ्नहर्ता, प्रथम पूज्य भगवान श्री गणेश का दिन है। इस दिन के ग्रह स्वामी बुध हैं। व्यापारियों, शिक्षाविदों, शिक्षकों, विद्यार्थियों, लेखक और बौद्धिक कार्यो से जुड़े लोगों को खासतौर पर इस दिन सूखे सिंदूर का तिलक लगाना चाहिए। किसी शुभ कार्य, साक्षात्कार, नौकरी का इंटरव्यू आदि के लिए जा रहे हैं तो घर से सूखे सिंदूर का तिलक करके निकलें, इससे कार्य सिद्धि प्राप्त होती है।

गुरुवार : यह दिन भगवान विष्णु और दत्तात्रेय का प्रिय दिन है। ब्रह्मा को भी इस दिन का इस दिन का देवता कहा गया है। इस दिन के स्वामी ग्रह हैं बृहस्पति। शील, संयम, सदाचार, कार्य उन्नति, सफलता, वैवाहिक सुख, दांपत्य सुख आदि में शुभता के लिए गुरुवार के दिन अष्टगंध, चंदन या सफेद चंदन का तिलक करना चाहिए। इस दिन केसर, हल्दी, गोरोचन का तिलक भी किया जा सकता है।

शुक्रवार : यह दिन देवी महालक्ष्मी का दिन है और ग्रह स्वामी हैं शुक्र। इस दिन सिंदूर, लाल चंदन या केसर का तिलक करने से समस्त प्रकार के भोग विलास, सुख-सुविधाएं प्राप्त होती हैं। इस दिन प्रॉपर्टी के सौदे, नया बिजनेस प्रारंभ या वैवाहिक कार्यो की बात करने जा रहे हैं या कोई और शुभ कार्य करने जा रहे हैं तो केसर का तिलक करके घर से निकलें, कार्यो में सफलता प्राप्त होगी।

शनिवार : इस दिन के देवता हनुमान, भैरव और यमराज हैं। ग्रह स्वामी हैं शनिदेव। इस दिन भस्म, विभूति, लाल चंदन या चमेली के तेल में घुला हुआ तिलक लगाना शुभ रहता है। किसी विशेष कार्य की सिद्धि या तंत्र क्रियाओं में सफलता के लिए काजल का तिलक भी लगाया जाता है। इससे दिन शुभ बीतता है और इस दिन किए गए समस्त कार्यो में सिद्धि प्राप्त होती है।

रविवार : भगवान विष्णु और सूर्य को समर्पित रविवार के ग्रह स्वामी हैं सूर्य। इस दिन लाल चंदन, रौली या हरि चंदन का तिलक लगाना चाहिए। इससे समस्त सुखों की प्राप्ति होती है। भगवान विष्णु की कृपा से इस दिन किए गए कार्यो में सफलता प्राप्त होती है। मान-सम्मान, पद-प्रतिष्ठा में वृद्धि होती है।

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