केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संगठन आज देश भर में रेल को रोककर अपना विरोध दर्ज कर रहे हैं। हालांकि रेल रोको आंदोलन को लेकर किसान संगठनों में आपसी मतभेद खुलकर सामने आ चुके हैं। यूपी गेट पर धरने पर बैठे भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा है कि स्थानीय स्तर पर रेल रोकी जाएगी यानी प्रोटेस्ट स्थान से किसान नहीं जाएगा रेल रोकने, जबकि किसान मजदूर संघर्ष समिति के सतनाम सिंह पन्नू ने ऐलान किया है कि पंजाब में 32 जत्थेबंदियां, 32 जगहों पर रेल रोकेंगी। किसानों के इस आह्वान को देखते हुए रेलवे ने भी अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था की तैयारी की है।
देशव्यापी रेल रोको आंदोलन के दौरान हजारों किसान रेल की पटरियों पर बैठें नजर आ सकते हैं। रेलवे ने इस आंदोलने को देखते हुए कई ट्रेनों को रद कर दिया है, वहीं कुछ के रूट में परिवर्तन किया है। इसके अलावा जीआरपी और आरपीएफ के जवानों की छुट्टियां रद कर दी गई हैं। रेलवे ने RPSF की 20 अतिरिक्त कंपनियों को तैनात किया है। यह उन राज्यों में तैनात रहेंगी, जहां रेल रोका आंदोलन का ज्यादा असर होने की संभावना है। इनमें यूपी, बंगाल, हरियाणा और पंजाब हैं।
पंजाब: किसान मज़दूर संघर्ष कमेटी ने रेल रोको आंदोलन के तहत अमृतसर में रेलवे ट्रैक पर विरोध प्रदर्शन किया। फतेहगढ़ साहिब में किसान संगठनों ने रेल रोकी। कृषि कानूनों के खिलाफ आज किसान संगठन रेल रोको आंदोलन कर रहे हैं। किसानों के रेल रोको आंदोलन के आह्वान पर जन अधिकार पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पटना में रेल रोकी। नांगलोई रेलवे स्टेशन पर किसानों के रेल रोको’ आंदोलन के मद्देनजर पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है। आज 4 घंटे का देशव्यापी ‘रेल रोको’ आंदोलन का आह्वान किया गया है।