नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी आज संयुक्त अरब अमीरात, फिलिस्तीन और ओमान दौरे पर रवाना हो गए। पीएम मोदी PM modi इस यात्रा के दौरान पश्चिम एशिया और खाड़ी देशों के बीच व्यापार, निवेश, सुरक्षा, ऊर्जा और आतंकवाद के खिलाफ सहयोग के साथ-साथ द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत बनाने पर बल देंगे। अगस्त 2015 के बाद पीएम मोदी की पश्चिमी एशिया और खाड़ी देशों के लिए उनकी 5वीं यात्रा है।
छठा वैश्विक शिखर सम्मेलन
इस यात्रा के दौरान मोदी 10-11 फरवरी को दुबई में आयोजित होने वाले छठे वैश्विक शिखर सम्मेलन भी शामिल होंगे।सम्मेलन में 26 देशों की सरकारों के मुखिया, प्रधानमंत्री, मंत्री और 2000 से अधिक प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।
वैश्विक गतिविधियों को प्राथमिकता
9 से 12 फरवरी तक की यात्रा पर जा रहे पीएम मोदी ने कहा वैश्विक गतिविधियों में इस क्षेत्र को काफी प्राथमिकता दी जा रही है।पीएम मोदी ने यात्रा के पूर्व फेसबुक पर लिखा मैं अपनी यात्रा के जरिये भारत के पश्चिम एशिया तथा खाड़ी क्षेत्र के साथ बढ़ते संबंध को और मजबूत बनाने के लिए प्रतिबद्ध हूं।
पहली फिलिस्तीन यात्रा
- किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली फिलिस्तीन यात्रा है।
- प्रधानमंत्री की फिलिस्तीन के लिए यात्रा 10 फरवरी को जॉर्डन के रास्ते शुरू होगी।
- प्रधानमंत्री ने जॉर्डन के सुल्तान अब्दुला द्वितीय का भी आभार व्यक्त किया।
- उन्होंने 9 फरवरी को अम्मान में उनसे मुलाकात को लेकर काफी उत्सुकता जाहिर किया।
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प्रधानमंत्री संयुक्त अरब अमीरात में
प्रधानमंत्री संयुक्त अरब अमीरात के उपराष्ट्रपति तथा प्रधानमंत्री रशीद शेख मोहम्मद बिन और राशिद अल मखतूम के साथ मुलाकात के दौरान व्यापार, निवेश, सुरक्षा, ऊर्जा और आतंकवाद के खिलाफ सहयोग समेत अन्य क्षेत्रों में हुई अबतक की प्रगति पर चर्चा करेंगे।
तेल संपन्न यूएई और भारत के बीच वित्त और कौशल विकास
11 फरवरी को वह ओमान के सुल्तान के साथ बैठक करेंगे और 12 फरवरी को ओमान के उद्योगपतियों के साथ बातचीत करेंगे। पीएम नरेंद्र मोदी यूएई की यात्रा के दौरान दोनों पक्षों के बीच हो रहे 12 समझौतों पर हस्ताक्षर भी करेंगे। तेल संपन्न यूएई और भारत के बीच वित्त और कौशल विकास जैसे बेहद जरूरी क्षेत्रों में भी करार होने की संभावना है।