चारबाग में गण्यमान लोगों के स्वागत के अनगिनत अध्याय है। लेकिन प्रेसिडेंसिल ट्रेन से देश के राष्ट्रपति का आगमन पहली बार हुआ था। इसको लेकर लखनऊ में जिज्ञाषा व उत्साह का माहौल था। इसके पहले प्रेसिडेंसीएल ट्रेन से कानपुर सेंट्रल पहुंचने पर राष्ट्रपति का स्वागत किया गया था। इसके लिए राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर उपस्थित थे।
राज्यपाल की परौख व पुखरायां यात्रा के दौरान भी राज्यपाल व मुख्यमंत्री उनके साथ थे। इस अवसर पर उन्होंने परौख के मंदिर में पूजा अर्चना भी की थी। यहां राष्ट्रपति के सम्मान में अभिनन्दन समारोह का आयोजन किया गया था। जिसे राष्ट्रपति के अलावा राज्यपाल व मुख्यमंत्री ने भी संबोधित किया था। ट्रेन यात्रा के दूसरे चरण में राम नाथ कोविन्द आगमन लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन पर हुआ था। यहां राज्यपाल आनन्दीबेन पटेल एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका स्वागत किया। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री डाॅ दिनेश शर्मा सहित अनेक गण्यमान लोग उपस्थित थे।
राष्ट्रधर्म पर अमल
अभिनन्दन समारोह में योगी ने राष्ट्रपति को राष्ट्रधर्म के प्रति समर्पित बताया था। लोगों का उनके प्रति उत्साह एवं आत्मीयता को देखकर भारत की सनातन परम्परा एवं समाज व्यवस्था की गहरी जड़ों एवं संस्कारों की अनुभूति हम सबको हुई है। राष्ट्रपति अपने कृतित्व से उसकी गरिमा एवं गौरव को बढ़ाने का ही कार्य किया है। उन्होंने पुखरायां क्षेत्र से अपने सार्वजनिक जीवन की शुरुआत की थी। आज भी वही उत्साह,वही उमंग उनके अन्दर हम सबको देखने को मिल रही है। उन्होंने जनसेवा को ही अपने जीवन का ध्येय बनाया है।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री की प्रेरणा से कानपुर देहात में एक नये मेडिकल काॅलेज को स्वीकृति मिली है। शीघ्र ही इसे प्रारम्भ कराया जाएगा। राष्ट्रपति द्वारा अपना पैतृक आवास ग्राम परौंख के नागरिकों को मिलन केन्द्र के लिए तथा वीरांगना झलकारी बाई काॅलेज को बनवाकर राज्य सरकार को समर्पित करने के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा कि राष्ट्रपति जी ने जन्मभूमि के प्रति अपना दायित्व निभाया है। राज्य सरकार वीरांगना झलकारी बाई काॅलेज को शिक्षा के महत्वपूर्ण केन्द्र के रूप में विकसित करने के राष्ट्रपति जी के संकल्प को मजबूती से आगे बढ़ाएगी।
समाज के लिए आदर्श
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने भी अभिनन्दन समारोह को सम्बोधित किया था। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति जी ने विभिन्न पदों पर रहते हुए दलितों के उत्थान के लिए काम किया। वे समाज के वंचित वर्गों के उत्थान के लिए लड़ाई लड़ते रहे। उनका जीवन हम सभी के लिए प्रेरणादायक है। राष्ट्रपति जी ने यहां आ करके हम सभी का मान बढ़ाया है। वह जीवनपर्यंत उच्चकोटि का आदर्श बनाए रखा।