अमेरिका ने भले ही अफगानिस्तान से अपने सैनिकों को वापस बुला लिया हो लेकिन तालिबान के लिए काबुल को जीतना शायद संभव न हो सके। अमेरिका समेत दुनिया के कई देशों ने अफगानिस्तान में आंतक के बल पर कब्जे की कोशिश में जुटे तालिबान को रोकने का ऐलान कर दिया है।
नाटो के प्रतिनिधियों और 15 राजनयिक मिशनों ने अपने बयान में कहा, ‘इस बकरीद के मौके पर तालिबान को अपने हथियार डाल देने चाहिए और दुनिया को यह बताना चाहिए कि वह शांति प्रक्रिया का सम्मान करता है और उसके लिए प्रतिबद्ध है।’
ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, चेक रिपब्लिक, डेनमार्क, जर्मनी, नीदरलैंड, स्पेन, स्वीडन, ब्रिटेन और अमेरिका समेत कई देशों ने तालिबान से यह अपील की है। इससे पहले ईद के मौके पर तालिबान ने सीजफायर का ऐलान किया था और कहा था कि वह चाहता है कि अफगान नागरिक शांति से त्योहार मना सकें।
अमेरिका, ताजिकिस्तान, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उज्बेकिस्तान ने तालिबान को चेतावनी दी है कि अब उसकी छोटी से छोटी गलती का करारा जवाब दिया जाएगा। इस चेतावनी से स्पष्ट है कि दुनिया फिर से तालिबान को पैर पसारने का मौका नहीं देने वाली।