लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय सचिव अनिल दुबे ने रसोई गैस के दामों में की गयी बढोत्तरी को तत्काल वापस लेने की मांग करते हुये कहा है कि एक तरफ सरकार आयल बाण्ड के ब्याज की झूठी आंड लेकर लगातार डीजल पेट्रोल के दाम बढाते चली आ रही है और अब रसोई गैस के दामों में बढोत्तरी करके आम नागरिकों की रसोई का बजट भी बिगाड़ने का किया है।
आज जारी बयान में श्री दुबे ने कहा कि देश में आर्थिक मंदी के इस दौर मेें मंहगाई चरम पर है जिससे लोग त्राहि त्राहि कर रहे हैं और दो वक्त की रोटी के लिए लोगों को संघर्ष करना पड़ रहा है लेकिन केन्द्र सरकार की सेहत पर मंहगाई से कोई फर्क नहीं पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि रसोई गैस की कीमतों में 25 रूपये की बढोत्तरी के बाद अब गैस सिलेण्डर का मूल्य 897 रूपये हो गया है पिछले वर्ष नवम्बर से गैस सिलेण्डर के दामों में सरकार अब तक 265 रूपये की भारी बढोत्तरी कर चुकी है जोकि देश में मंदी बेरोजगारी और आमदनी में गिरावट के इस दौर में आम नागरिकों पर कुठाराघात है।
श्री दुबे ने सरकार से कच्चे तेल के दामों का पूरा सच जनता के सामने लाने की मांग करते हुये कहा कि सरकार वैश्विक बाजार में कच्चे तेल के दामों में बढोत्तरी का झूठा रोना रोकर पेट्रोल डीजल और गैस के दामों में लगातार वृद्धि करने का काम कर रही है जोकि जनता के साथ भद्दा मजाक है। एक तरफ केन्द्र सरकार उज्जवला गैस योजना के तहत गरीबों को मुफ्त कनेक्शन देने की बात करती है और दूसरी तरफ बजट से सब्सिडी समाप्त करती जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार को मंहगाई पर नियंत्रण करने के लिए पेट्रोल डीजल और रसोई गैस के दामों में की गयी बढोत्तरी को तत्काल वापस लेने की घोषणा करनी चाहिए।