लखनऊ। चौथे व पाँचवे स्तम्भ की साझा मुहिम के तहत Digital Gokul Gramotsav में विभिन्न वर्ग के ग्रामीण पुरोधाओं को सम्मानित करने के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह महोत्सव 27, 28 व 29 अप्रैल को बीकेटी ब्लाक के (योगीजीपुरम) रसुलपुर कायस्थ गांव में आयोजित किया जायेगा।
- तीन दिवसीय इस ग्रामीण महोत्सव में बड़ी संख्या में लोग उपस्थित होंगे।
- एनजीओ टाइम्स के संस्थापक अध्यक्ष अनुपम पाण्डेय ने बताया कि देश के चहुंमुखी विकास में सरकारी, अर्द्ध सरकारी गैर सरकारी संगठन डिजिटल इंडिया मुहीम में विशेष योगदान दे रहे हैं।
- पंचायती राज व्यवस्था के बावजूद संस्कृति और संस्कार की जननी गांव आज भी उपेक्षित है।
Digital Gokul Gramotsav से डिजिटल गांव व डिजिटल की मुहिम
अनुपम पाण्डेय ने बताया कि सामाजिक और मीडिया जगत की साझी मुहित एनजीओ टाइम्स ने एक अभियान की शुरुआत की है। इसी क्रम में मीडिया जगत एंव स्वयं सेवी संस्थान के लोगों ने मिलकर बीकेटी ब्लाक के (योगिजपुरम) रसूलपुर कायस्थ गांव को डिजिटल गांव करने संकल्प लिया है। संस्थान की कार्यकारी अध्यक्ष एवं सह संयोजक मधुरिमा बाजपेई बताती हैं कि सरकार की विभिन्न योजनाओं के बाद रसुलपुर गांव की हलत काफी खराब थी। गांव में कुल 22 दिव्यांग हैं लेकिन उसमें से केवल 4 दिव्यांग ही सरकारी कागजों में हैं। सरकारी योजनाओं की बात तो दूर उन दिव्यांगों के पास दिव्यांग होने का प्रमाण पत्र तक नहीं दिया गया। इस गांव को गोद में लेने के बाद इन दिव्यांगों को सरकारी योजनाओं की मुख्य धारा से जोड़ने को काम प्रारम्भ किया गया है।
- संस्थान की महासचिव एवं संयोजक शिल्पी चौधरी बताती हैं कि कुछ दिनों पहले ही इस गांव को डिजिटल गांव करने पर विचार किया गया।
- इस गांव में संस्था की ओर से प्रौढ़ शिक्षा प्रारम्भ की गयी है।
- इसके अलावा इस गांव को मुख्य धारा से जोड़ने के लिये संस्थान विभिन्न प्रकार प्रयास कर रही है।
- संस्थान के मीडिया समन्वयक संतोष कुमार सिंह ने बताया कि गांव को पूरी तरह डिजिटल गांव बनाने की है।
- इसके साथ ही संस्थान की योजना एक वार्ड को भी डिजिटल वार्ड बनाने की है।
रिपोर्ट—अनुपम पाण्डेय