प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा गोरखपुर तक सीमित रहेगी। लेकिन यहां वह जिन योजनाओं का लोकार्पण करेंगे,उससे सम्पूर्ण पूर्वांचल लाभान्वित होगा। वह करीब एक हजार करोड़ रुपये की अनेक परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। गोरखपुर खाद कारखाना और एम्स भी शामिल है। तीन दशक से बंद पड़े इस कारखाने को छियासी सौ करोड़ रुपये की लागत से पुनर्जीवित किया गया है। यूरिया उत्पादन में आत्मनिर्भरता अभियान का यह महत्वपूर्ण पड़ाव होगा।
गोरखपुर संयंत्र स्वदेशी नीम कोटेड यूरिया का सालाना बारह एलएमटी से अधिक उत्पादन करेगा। इससे पूर्वांचल के किसानों को लाभ मिलेगा। साढ़े चार वर्षों में पूर्वी उत्तर प्रदेश की अनेक समस्यों का समाधान किया गया। यह दशकों से उपेक्षित रहा है। विकास की दृष्टि से पूर्वी उत्तर प्रदेश बहुत पीछे रह गया था। योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री बनने के बाद ही सम्पूर्ण उत्तर प्रदेश के समग्र विकास का तोडमैप बनाया था।
इसमें पूर्वी उत्तर प्रदेश भी शामिल था। इस रोडमैप के अनुसार अनेक योजनाओं का क्रियान्वयन सुनिश्चित किया गया। पूर्वी उत्तर प्रदेश के अनेक जनपद चार दशक से जापानी बुखार की त्रासदी झेल रहे थे। पिछली सरकारों ने इस ओर गंभीरता से ध्यान नहीं दिया। योगी आदित्यनाथ ने इस समस्या के समाधान का अभियान चलाया। इसका सकारात्मक परिणाम हुआ। अब यह समस्या लगभग समाप्त हो गई है।
गोरखपुर का खाद कारखाना करीब तीन दशक से बन्द था। दशकों से यहां एम्स निर्मांण का मांग की जा रही थी। अब गोरखपुर में फर्टिलाइजर कारखाने एवं एम्स निर्माण का वर्षों पुराना सपना साकार होने जा रहा है। कुछ दिन बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन दोनों का लोकार्पण करेंगे।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा जनपद गोरखपुर में फर्टिलाइजर कारखाने एवं एम्स का लोकार्पण अत्यन्त ऐतिहासिक क्षण होगा। योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री की गोरखपुर यात्रा की तैयारियों का जायजा लिया। बेहतर व्यवस्था के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया।