एमएलसी चुनाव का परिणाम आते ही शिवसेना और महाराष्ट्र सरकार को समर्थन देने वाले करीब दो दर्जन विधायक अचानक गायब हो गए हैं। सभी विधायक महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और पुराने शिवसैनिक एकनाथ शिंदे के साथ गुजरात पहुंचे हैं।सरकार के दिग्गज मंत्री एकनाथ शिंदे 35 विधायकों के साथ गुजरात के सूरत में एक होटल में पहुंच गए है।
बताया जा रहा है शिंदे के साथ 3 मंत्री और हैं। शिंदे के साथ शिवसेना के अलावा कुछ निर्दल विधायक भी है। महाराष्ट्र सरकार के मंत्री शिंदे ने अपना मोबाइल तक बंद कर लिया। उनके मुख्यमंत्री तक बात नहीं कर पा रहे। इसके साथ ही निर्दलीयों ने भी भाजपा को समर्थन दिया है।हर उम्मीदवार को जीत के लिए 27 वोट की जरूरत थी। कांग्रेस के दलित चेहरे और पूर्व मंत्री चंद्रकांत हंडोरे चुनाव हार गए।
शिंदे का अगला कदम क्या होगा? इससे पहले महाराष्ट्र से दिल्ली तक हलचल तेज हो गई है।यहां सूरत में उन्हें हाई सिक्योरिटी के बीच रखा गया है।भाजपा के पास केवल चार सीटें जीतने भर की संख्या बल थी, लेकिन पांचवीं सीट भी निकालने में पार्टी सफल रही। ऐसे में साफ है कि एमएलसी चुनाव में बड़े पैमाने पर क्रॉस वोटिंग हुई है।
एकनाथ शिंदे शुरू से ही शिवसेना से जुड़े रहे। पिछली बार हुए चुनाव में उन्होंने ठाणे की पछपाखडी विधानसभा सीट से जीत हासिल की थी।शिवसेना में बगावत होती है तो दल-बदल कानून सबसे बड़ा चुनौती होगा। बगावत के लिए एकनाथ शिंदे को इन विधायकों की सदस्यता भी कायम रखनी होगी। महाराष्ट्र विधानसभा में शिवसेना के पास कुल 56 विधायक है। वह लगातार चार बार चुनाव जीत चुके हैं। सबसे पहले 2004, फिर 2009, 2014 और 2019 में विधायक चुने गए।