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श्री गांधी इन्टर कालेज में फीस वसूली मामले की जांच पूरी, जिला विद्यालय निरीक्षक को सौपी रिपोर्ट

• डीआईओएस ने विद्यालय से अधिक शुल्क लेने का मांगा स्पष्टीकरण

रायबरेली। शासन के निर्देश के बाद भी निर्धारित शुल्क से अधिक शुल्क लेने के मामले में एक विद्यालय पर कार्रवाई होने जा रही है। डलमऊ के एक स्कूल की शिकायत पर डीआईओएस ने मामले की जांच कराई जिसमें मामला सही पाया गया हैं। उन्होने विद्यालय से स्पष्टीकरण मांगा है। इसके बाद स्कूल पर कार्रवाई होना तय माना जा रहा है।

गौरतलब हो की बीती 28 जुलाई को डलमऊ ब्लाक के घुरवारा कस्बे अभिभावकों ने जिला विद्यालय निरीक्षक व जिलाधिकारी को दिये पत्र में बताया की क्षेत्र के श्री गांधी इन्टर कालेज मे जो की सरकारी स्कूल है। यह विद्यालय हाईस्कूल स्तर तक सरकारी है। तथा इन्टर स्तर तक वित्तविहीन है। विद्यालय मे कक्षा 6 से 8 तक भी प्रत्येक छात्रों से 100 जमा कराये जाते है। तथा मध्यांह भोजन में कभी भी दूध, फल नहीं दिया जाता है।ज्यादातर दिनों मे तहरी मिलती है। इसी प्रकार कक्षा 9 में फीस 2100 रुपये छमाही तथा 150 रूपये प्रतिमाह लिया जाता है तथा किताबे भी बहुत महंगी लगाये हुये है। कक्षा 10 मे फीस 2550 रूपये छमाही तथा वार्षिक 5100 रुपये जमा होता है। जबकी 9 में निर्धारित शुल्क 325 व 10 में 751 रुपए वार्षिक ही है। स्कूल में हाईस्कूल स्तर तक सभी शिक्षक आयोग से आए है। सरकार इन शिक्षकों को लाखो रूपये वेतन देती है। फिर भी अभिभावको से अधिक फीस जमा कराई जाती है।

समाचार पत्रों में ऐडेड स्कूलों के अधिक फीस लेने के मामले में जाँच के आदेश मुख्यमंत्री एवं शिक्षा निदेशक (माध्यमिक) ने दिए हैं । इस मामले को संज्ञान में लेते हुए जिला विद्यालय निरीक्षक ओमकार सिंह राणा ने जांच के आदेश दे दिए। इसकी जांच राजकीय इन्टर कालेज के प्रधानाचार्य रत्नेश कुमार ने की। मामलें में जांच करने पहुचें जांच अधिकारी के सामने सभी बच्चों ने अधिक फीस वसूली की बात स्वीकारी व फीस रसीद भी दिखाई। इस मामले की पूरी जांच कर जांच अधिकारी ने अपनी रिपोर्ट जिला विद्यालय निरीक्षक ओमकार सिंह राणा को सौप दी है। उन्होने बताया की विद्यालय से इतनी अधिक फीस लेने का स्पष्टीकरण मांगा है। स्पष्टीकरण आने के बाद इस विद्यालय प्रशासन पर कार्रवाई तय है।

विद्यालय में बच्चो ने किया हंगामा

अधिक फीस वसूली मामले में बच्चों ने विद्यालय में हंगामा किया। बच्चों का कहना था की जो भी सरकारी फीस हो वही ली जाए । जितनी बढ़ी फीस ली गई है उसे वापस किया जाए । इस पर विद्यालय प्रशासन ने बच्चों को किसी तरह समझा कर क्लास लाए कई घंटे कक्षाएं बाधित रहीं। बच्चे हंगामा करते रहे। इस सम्बंध में प्रधानाचार्य डा रत्नाकर द्विवेदी का कहना है की कुछ बच्चे आए थे लेकिन ज्यादा हंगामा नही हुआ। फीस की जो भी बात है वह देखा जायेगा।

अब भी जारी है बदस्तूर वसूली

विद्यालय में अधिक शुल्क लिए जाने की शिकायत के बाद भी विद्यालय प्रशासन पर इसका कोई असर नही पड़ रहा है। वह उसी तरह अपनी वसूली जारी रखे है। इस मामले में प्रधानाचार्य ने यहां तक कहा की उनका विद्यालय कला वर्ग में ही अनुदानित है। यह बात भी समझ से परे है क्योकि अभी जल्द ही वहां मैथ के अध्यापक की तैनाती हुई है। जो की विज्ञान वर्ग में ही हो सकती है। शिक्षा विभाग के जानकारों का कहना है की हाईस्कूल स्तर पर कला व विज्ञान वर्ग समाप्त हो गए हैं। फिलहाल विद्यालय यह मानने को तैयार नही है और बकायदा अभी भी वही फीस ले रहा है। अब स्पस्टीकरण व कार्रवाई के बाद ही शायद मामला साफ होगा।

रिपोर्ट-दुर्गेश मिश्रा 

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