जूनोटिक लैंग्या वायरस, जिसे एलएवी भी कहा जाता है, चीन के दो प्रांतों में कम से कम 35 लोगों में पाया जाने वाला एक नया संक्रमण है। ताइवान इस वायरस की पहचान और संक्रमण को मॉनिटर करने के लिए न्यूक्लिक एसिड टेस्टिंग मेथड शुरू करेगा.
लैंग्या हेनिपावायरस चीन के शेडोंग और हेनान प्रांतों में पाया गया है.ताइवान रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) के अनुसार, संक्रमण हेनान और शेडोंग क्षेत्रों में दर्ज किया गया। घरेलू जानवरों पर हुए सर्वे की जानकारी देते हुए कहा कि अभी तक जांच की गईं बकरियों में 2% और कुत्तों में 5% केस मिले हैं.
25 जंगली जानवरों की प्रजातियों पर हुए परीक्षण के नतीजे बताते हैं कि छछूंदर लैंग्या हेनिपावायरस फैलाने का प्रमुख कारण हो सकता है.वायरस के प्रसार की पहचान और निगरानी के लिए एक न्यूक्लिक एसिड परीक्षण प्रक्रिया स्थापित करने का निर्णय लिया।
सीडीसी को अभी यह निर्धारित करना बाकी है कि उक्त वायरस मानव से मानव में संचारित हो सकता है या नहीं। ताइवान सीडीसी के उप महानिदेशक चुआंग जेन-सियांग ने कहा कि निवासियों को वायरस के बारे में अधिक अपडेट के लिए “करीब ध्यान देना” चाहिए।