भारत ने लेखक सलमान रुश्दी पर हुए हमले को लेकर पहली बार प्रतिक्रिया दी। भारत ने रुश्दी के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की और ‘द सैटेनिक वर्सेज’ के लेखक पर ‘भयानक हमले’ की कड़ी निंदा की।विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि भारत हमेशा हिंसा और उग्रवाद के खिलाफ खड़ा रहा है.
उन्होंने कहा की , हम सलमान रुश्दी पर हुए हमले की निंदा के साथ-साथ उनके जल्द अच्छे होने की कामना करते हैं. बता दें कि रुश्दी पर हुए हमले की वैश्विक स्तर पर निंदा की गई थी.यह सरकार की पहली औपचारिक प्रतिक्रिया है।
रुश्दी को अपने उपन्यास द सैटैनिक वर्सेज के लिए 1989 में दुनियाभर में आलोचना झेलनी पड़ी थी. ईरान के सुप्रीम लीडर अमानतुल्ला खुमैनी ने रुश्दी के खिलाफ मृत्युदंड का फतवा जारी कर दिया था.जो पिछले कई सालों से छिपते फिर रहे थे.
ज्ञात हो कि पश्चिमी न्यूयॉर्क के चौटाउक्का संस्थान में 12 अगस्त को एक कार्यक्रम के दौरान अपना व्याख्यान शुरू करने जा रहे 75 वर्षीय सलमान रुश्दी पर एक व्यक्ति ने गले पर चाकू से वार किया था।रूश्दी पर हमला करने वाले की पहचान 24 वर्षीय हादी मातर के रूप में की गई है।