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समस्यायों को लेकर किसान नेताओं ने दिया ज्ञापन, अन्ना जानवरों से होने वाले हादसे व तहसील में किसानों का शोषण रोकने की मांग

बिधूना। तहसील क्षेत्र में किसानों की समस्यायों को लेकर भारतीय किसान यूनियन टिकैत ने तीन सूत्रीय ज्ञापन एसडीएम को सौंपा। ज्ञापन में खेतों की रखवाली के समय अन्ना जानवरों से किसानों के साथ होने वाले हादसों को रोकने व तहसील में किसानों के होने वाले शोषण को रोकने की मांग की गयी है।

भारतीय किसान यूनियन टिकैत के जिलाध्यक्ष विपिन कुमार राजपूत के नेतृत्व में किसानों ने गुरुवार को तहसील पहुंचकर तीन सूत्रीय ज्ञापन उपजिलाधिकारी मनोज कुमार सिंह को सौंपा। जिसके बाद उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि अन्ना जानवरों, तहसील में होने वाले शोषण व इस वर्ष बहुत कम बारिश होने से किसान बहुत परेशान है। जिसको लेकर उन्होंने आज एक ज्ञापन जिलाधिकारी के नाम दिया है। जिसमें अन्ना जानवरों से खेतों की रखवाली करने एवं जानवरों द्वारा किसानों के साथ हो रहे हादसों को रोकने, तहसील में अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा किसानों का होने वाला शोषण रोकने और किसानों का कार्य बिना पैसे (रिश्वत) किए जाने के अलावा इस वर्ष जिले में बहुत कम बारिश होने के कारण जिले को सूखाग्रस्त घोषित किए जाने एवं रजवाहा व छोटे बम्बों में पानी छोड़ने की मांग की गई है।

कहा कि अगर जिला व तहसील प्रशासन किसानों की मांगों पर ध्यान नहीं देगा तो भारतीय किसान यूनियन आंदोलन करने को बाध्य होगी जिसके लिए प्रशासन जिम्मेदार होगा। इस मौके पर जिला उपाध्यक्ष विनय सिंह, तहसील अध्यक्ष बिधूना प्रमोद कुमार, अनुरूद्ध प्रताप, राजाराम, गुरूबख्श, मिजाजी लाल, भारत सिंह, हरिश्चन्द्र, रामसरन, ध्यान सिंह, सतीश कुमार, मुन्ना बाबू, श्रीगोपाल आदि किसान मौजूद रहे।

ऐरवाकटरा के ग्राम करमूपुर निवासी किसान विनय सिंह ने बताया कि एक तो सूखा दूसरे अन्ना जानवरों से वह लोग बहुत परेशान हैं। अन्ना जानवर जहां फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं, वही किसानों पर हमला भी कर रहे हैं जिससे वह हादसे का शिकार भी हो रहें। बताया कि 22 अगस्त को पुर्वा ताल गांव में खेत में रखवाली करते समय किसान राम प्रकाश के ऊपर अन्ना जानवर ने हमला बोल दिया था जिससे किसान की दो दिन बाद मौत हो गयी थी।

अछल्दा के ग्राम पुर्वा पट्टी निवासी किसान हरभजन सिंह ने बताया कि इस वर्ष बहुत कम बारिश होने और रजवाहा व छोटे बम्बों में पानी न आने के कारण किसान अपनी फसलों की सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं, जिससे उनकी फसलें सूख रहीं हैं। धान की फसल को सबसे अधिक नुकसान पहुंच रहा है। रजवाहो में जो थोड़ा बहुत पानी आता भी है उसे पीछे के गांवों के दबंग लोग बंधा लगाके रोक लेते हैं। जिस पर भी सिंचाई विभाग के अधिकारी कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। जिससे किसान बहुत परेशान है।

अछल्दा के ग्राम पुर्वा पट्टी निवासी किसान रामसरन ने कहा कि बिजली कटौती के चलते ग्रामीण क्षेत्र में पर्याप्त मात्रा में बिजली भी नहीं आ रही है। जिससे किसान सूखा की स्थिति में ट्यूबवेलों से भी अपनी फसलों की सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि ग्रामीण क्षेत्र में निर्धारित समय तक बिजली आये तो किसान ट्यूबवेल से फसलों की सिंचाई कर सकें। कहा कि किसानों चारों तरफ से बर्बाद हो रहा है।

रिपोर्ट – राहुल तिवारी

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