रायबरेली। राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत एसजेएस के चेयरमैन रमेश बहादुर सिंह ने सोमवार को 200 क्षय रोगियों को गोद लिया। इन मरीजों को एसजेएस की ओर से पोषण किट प्रदान की गई।
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पोषण किट में चना, सत्तू, मूंगफली, प्रोटीन पाउडर आदि शामिल हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. वीरेंद्र सिंह ने कहा कि क्षय रोगियों को गोद लिया जाना बहुत ही पुनीत कार्य है क्योंकि सभी के सहयोग से ही जनपद को क्षय रोग मुक्त बनाया जा सकता है।
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उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के क्षय मुक्त देश के सपने को साकार करने के लिए सभी को अपनी-अपनी सहभागिता निभानी जरूरी है। जिला क्षयरोग अधिकारी डॉ.अनुपम सिंह ने कहा कि दो हफ्ते से अधिक समय से खांसी आने, बुखार बना रहने, बलगम में खून आने, रात में पसीना आने, भूख न लगने और वजन में कमी आने पर स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र पर टीबी की जाँच जरूर कराएँ। साथ ही सरकार द्वारा निक्षय पोषण योजना के तहत इलाज के दौरान हर माह 500 रुपए बैंक खाते में भेजे जाते हैं।
वरिष्ठ उपचार पर्यवेक्षक करुणा शंकर मिश्र ने कहा कि क्षय रोगियों को गोद लिए जाने का उद्देश्य यह है कि उन्हें प्रतिमाह पोषण पोटली देकर पोषणात्मक और भावनात्मक सहयोग प्रदान किया जाये।
इस मौके पर जिला कार्यक्रम समन्वयक अभय मिश्रा, जिला पब्लिक प्राइवेट मिक्स समन्वयक मनीष श्रीवास्तव, विक्रांत गुप्ता,प्रधानाचार्य डॉ. बीना तिवारी, जन सम्पर्क अधिकारी मनोज शर्मा मौजूद रहे।
रिपोर्ट-दुर्गेश मिश्रा