भगोड़े खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी के बाद पंजाब में हाई अलर्ट है। पुलिस टीम ने जनता से अनुरोध किया है कि शांति बनाए रखें और किसी भ्रम में न पड़ें।
उधर, पुलिस अमृतपाल को असम के डिब्रूगढ़ जेल शिफ्ट कर रही है। अमृतपाल की गिरफ्तारी को लेकर उसके पिता तरसेम सिंह ने बयान जारी किया है। कहा कि उनका बेटा नशे को रोकने की लड़ाई लड़ रहा है। मैं सिख संगत से अनुरोध करता हूं कि वो अमृतपाल के मिशन को आगे बढ़ाए।
अमृतपाल की गिरफ्तारी की खबर मिलने के बाद पिता तरसेम सिंह ने कहा,मैं सिंह संगत से अनुरोध करता हूं कि मेरे बेटे के मिशन को आगे बढ़ाया जाना चाहिए। मेरा बेटा नशे के खतरे को रोकने के लिए लड़ाई लड़ रहा है। हमें टीवी न्यूज से जानकारी मिली और वह अपने परिवार के संपर्क में नहीं था। मीडिया में जो तस्वीरें सामने आई हैं, वे स्पष्ट नहीं हैं। वह आज भी सिख पोशाक पहनता है। मैं उन सभी के साथ हूं, जिन्हें पंजाब पुलिस ने परेशान किया था।
वहीं, अमृतपाल के चाचा ने बताया,हमें आज सुबह पता चला कि अमृतपाल सिंह ने आत्मसमर्पण कर दिया है। हम सोच रहे थे कि वह पुलिस हिरासत में है। उसने अपने परिवार से कभी संपर्क नहीं किया।
इससे पहले रविवार सुबह पंजाब की मोगा पुलिस ने खालिस्तानी आतंकवादी जरनैल भिंडरावाले के पैतृक गांव रोडे स्थित गुरुद्वारे से अमृतपाल सिंह को गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी से पहले अमृतपाल ने वीडियो जारी करते हुए सरेंडर का दावा किया था। हालांकि पुलिस ने सरेंडर की बातों को यह कहते हुए खारिज किया कि अमृतपाल के पास कोई विकल्प नहीं था। अमृतपाल को अमृतसर में मेडिकल चेकअप के बाद हवाई मार्ग से असम के डिब्रूगढ़ जेल भेजा गया है, जहां उसके नौ साथी पहले से कैद में हैं।