मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले एक बार फिर नेताओं के दलबदल का सिलसिला तेज हो गया है। ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में गए बैजनाथ सिंह यादव की घर वापसी हो गई है।
मंगलवार को भाजपा से इस्तीफा देने के बाद वह अगले ही दिन कांग्रेस में शामिल होने निकल पड़े। शिवपुरी से भोपाल के लिए नेताजी सैकड़ों वाहनों के काफिले के साथ निकले। सायरन के शोर के साथ सड़क पर जब कारों के निकलने का सिलसिला शुरू हुआ तो खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा था। मानो नेताजी पार्टी बदलने नहीं गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करवाने निकले हों।
माना जा रहा है कि बैजनाथ अगले विधानसभा चुनाव में कैलारस सीट कांग्रेस के टिकट पर प्रत्याशी हो सकते हैं। यादव पहले भी कांग्रेस में थे। वे सिंधिया के साथ लगभग सवा तीन साल पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे।
बताया गया है कि इन दिनों यादव सिंधिया से संतुष्ट नहीं हैं। राजनीतिक हलकों बैजनाथ के कांग्रेस में शामिल होने की खबरों के बीच प्रदेश भाजपा संगठन की ओर से सोमवार को उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। इसी खत के जवाब में उन्होंने सबनानी को पत्र लिखकर अपना त्यागपत्र दे दिया।
मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले के नेता और भाजपा में प्रदेश कार्यसमिति सदस्य बैजनाथ सिंह यादव ने मंगलवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया। यादव केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक रहे हैं और वे उनके साथ ही कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। बैजनाथ यादव ने प्रदेश महामंत्री भगवानदास सबनानी को इस्तीफा भेजकर अलगाव का ऐलान किया। शिवपुरी जिले के कैलारस क्षेत्र में काफी प्रभाव रखने वाले यादव को कांग्रेस की सदस्यता लेने जा रहे हैं।